दारा सिंह: भारतीय कुश्ती के दिग्गज और फिल्म स्टार

दारा सिंह का परिचय
दारा सिंह, भारतीय कुश्ती के एक प्रमुख नाम हैं, जिनका जन्म 19 नवंबर 1928 को पंजाब के अमृतसर में हुआ था। वे न केवल कुश्ती के क्षेत्र में एक दिग्गज थे, बल्कि उन्होंने भारतीय सिनेमा में भी अपनी विशेष जगह बनाई। दारा सिंह ने अपने जीवन में कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय कुश्ती मुकाबलों में हिस्सा लिया और कई बार विजेता बने। उनके योगदान ने भारत में कुश्ती के खेल को नई पहचान दी।
कुश्ती करियर
दारा सिंह ने लगभग 1950 के दशक से अपने करियर की शुरूआत की और जल्द ही उनके नाम कई पुरस्कार और खिताब होने लगे। उन्होंने पहलवानों के बीच ‘किंग कांग’ की उपाधि प्राप्त की और 1968 में एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता। दारा सिंह का एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में कदम रखने का सफर 1980 के दशक में शुरू हुआ, जब उन्होंने टेलीविजन धारावाहिकों में नकारात्मक किरदार निभाने शुरू किए।
फिल्मी करियर
दारा सिंह ने बांग्ला और हिंदी सिनेमा में भी कई फिल्मों में योगदान दिया। उनकी प्रमुख फिल्मों में ‘क़िताब’, ‘रामायण’ और ‘निषादराज’ शामिल हैं। इसके अलावा, उन्होंने कई ?राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों पर आधारित फिल्में भी कीं। उनके अभिनय की विशेषता थी उनकी शारीरिक काबिलियत और दर्शकों से जुड़ने की क्षमता, जिसने उन्हें अपने समकालीनों से अलग खड़ा किया।
Legacy and Conclusion
दारा सिंह का 12 जुलाई 2012 को निधन हो गया, लेकिन उन्होंने अपने खेल और फिल्म करियर के माध्यम से एक अमिट छाप छोड़ी है। उनकी कहानी नए पहलवानों के लिए प्रेरणा का स्रोत है, और वे भारतीय कुश्ती के प्रतीक बन गए हैं। आज के युवा पहलवान उनकी उपलब्धियों को देखकर प्रेरित होते हैं और उनसे सीखते हैं। दारा सिंह का योगदान भारतीय खेल और सिनेमा के इतिहास में हमेशा याद रहेगा।