गुरु पूर्णिमा कब है: जानें इस साल की तारीख और महत्व

गुरु पूर्णिमा का महत्व
गुरु पूर्णिमा हिंदू धर्म में एक विशेष त्योहार है, जिसे गुरु के प्रति अनुग्रहित होने और उनके ज्ञान का सम्मान करने के लिए मनाया जाता है। यह दिन विशेष रूप से शिक्षकों और गुरु की भूमिका को मान्यता देने के लिए महत्वपूर्ण है, जो जीवन में मार्गदर्शन करते हैं। शिक्षण परंपरा को मान्यता देने के चलते यह पर्व छात्र और शिक्षक दोनों के लिए विशेष होता है। हर साल, गुरु पूर्णिमा ज्येष्ठ पूर्णिमा तिथि को मनाई जाती है।
इस साल गुरु पूर्णिमा कब है
2023 में, गुरु पूर्णिमा 3 जुलाई को मनाई जाएगी। यह दिन सभी शिक्षकों और गुरुओं को सम्मान देने का अवसर है। इस दिन भक्त अपने गुरु को प्रणाम करते हैं और उन पर अपनी श्रद्धा व्यक्त करते हैं। कई लोग इस दिन उपासना, भजन और पूजा-अर्चना भी करते हैं।
गुरु पूर्णिमा की तैयारी और रस्में
गुरु पूर्णिमा के अवसर पर लोग अपने गुरु के प्रति श्रद्धा दिखाने के लिए विभिन्न प्रकार की तैयारी करते हैं। भक्त अक्सर विशेष पूजा आयोजित करते हैं, जिसमें न केवल अपने गुरु की तस्वीर पर फूल, फल और मिठाई चढ़ाते हैं, बल्कि उनसे आशीर्वाद भी प्राप्त करते हैं। इस दिन कुछ लोग दिनभर उपवास भी रखते हैं और ध्यान के साथ बिताते हैं।
गुरु पूर्णिमा का सांस्कृतिक प्रभाव
गुरु पूर्णिमा का न केवल आध्यात्मिक महत्व है, बल्कि यह सांस्कृतिक सद्भावना का भी प्रतीक है। यह दिन समाज में शिक्षा की भूमिका को भी उजागर करता है। लोग इस दिन अपने जीवन में ज्ञान और शिक्षा की महत्वता को समझते हैं और अपने गुरुओं को धन्यवाद देते हैं।
निष्कर्ष
गुरु पूर्णिमा का त्योहार हर साल हमें यह याद दिलाता है कि ज्ञानार्जन में गुरु की भूमिका अति महत्वपूर्ण होती है। 3 जुलाई 2023 को गुरु पूर्णिमा मनाने के साथ-साथ विशेष ध्यान और आचार-व्यवहार के माध्यम से हम अपने जीवन में शिक्षा और गुरु के प्रति श्रद्धा का सम्मान कर सकते हैं। यह अवसर हमें हमारे ज्ञानी और शिक्षित व्यक्तियों की सराहना करने और उनके प्रति अपने कृतज्ञता व्यक्त करने का अवसर देता है।