शनि जयंती 2025: महत्त्व और उत्सव
शनि जयंती का महत्त्व
शनि जयंती हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण त्यौहार है जो शनि देव के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। यह त्यौहार श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जाता है। शनि देव, जिन्हें न्याय का देवता माना जाता है, लोगों को उनके कर्मों का फल देने वाले के तौर पर प्रसिद्ध हैं। इस दिन भक्तजन विशेष पूजा-अर्चना करते हैं और शनि देव के प्रति अपने सम्मान को प्रकट करते हैं।
शनि जयंती 2025 की तिथि
वर्ष 2025 में शनि जयंती 6 मई को मनाई जाएगी। यह तिथि ज्योतिष शास्त्र के अनुसार चंद्र कैलेंडर के अनुसार निर्धारित की गई है। शनि जयंती का आयोजन हर्षोल्लास के साथ किया जाता है, जिससे भक्तजनों में सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है। इस दिन, भक्तजन विशेष रूप से मंदिरों में जाकर शनि देव की पूजा करते हैं और उनके भक्तों के साथ मिलकर उत्सव का आनंद लेते हैं।
उपाय और अनुष्ठान
शनि जयंती पर कई उपाय और अनुष्ठान किए जाते हैं। विशेष रूप से काले तिल, सरसों का तेल और काले चने का विशेष महत्व होता है। श्रद्धालु इन चीजों को शनि देव को भेंट करके उनकी कृपा प्राप्त करने का प्रयास करते हैं। इसके अलावा, कुछ लोग इस दिन व्रत रखते हैं और दिनभर उपवास करते हैं। पूजा के समय, शनि देव का नाम लेकर विशेष मंत्रों का जाप किया जाता है, जैसे कि ‘ॐ शनैश्वराय नमः’।
निष्कर्ष
शनि जयंती न केवल धार्मिक महत्व रखती है, बल्कि यह लोगों को एकजुट होकर प्रेम और भक्ति के साथ अपने जीवन को सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ाने का अवसर भी प्रदान करती है। 2025 में शनि जयंती की तिथि से पहले ही लोग अपनी तैयारियों में जुट सकते हैं ताकि इस दिन का स्पेशल आनंद लिया जा सके। इसे मनाने से न केवल व्यक्तिगत जीवन में समृद्धि आती है बल्कि समाज में सामंजस्य भी बढ़ता है।