परिक्षा पे चर्चा: प्रकाशन के महत्व और उद्देश्य

परिक्षा पे चर्चा का महत्व
भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किया गया ‘परिक्षा पे चर्चा’ कार्यक्रम छात्रों के लिए एक अनूठा मंच है। यह वेबिनार न केवल छात्रों की चिंताओं को सुनने का अवसर प्रदान करता है, बल्कि परीक्षा के दौरान होने वाले तनाव को प्रबंधित करने की तकनीक भी सिखाता है। इस पहल का उद्देश्य है कि छात्र अपनी क्षमताओं को समझें और अपनी चिंताओं को साझा कर सकें।
हालिया कार्यक्रम का आयोजन
2023 में आयोजित ‘परिक्षा पे चर्चा’ कार्यक्रम ने एक नई ऊँचाई को छुआ जब हजारों छात्र और शिक्षक इस वेबिनार में शामिल हुए। पीएम मोदी ने छात्रों से सीधे संवाद करते हुए उन्हें परीक्षा की तैयारी में एक सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाने की सलाह दी। इस बार, विद्यार्थियों ने अपने सवालों को ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर साझा किया, जिनका उत्तर प्रधानमंत्री ने दिया।
परीक्षा के तनाव को कम करने के उपाय
इस कार्यक्रम के दौरान, कई कार्यशालाएँ आयोजित की गईं जिसमें परीक्षा के समय प्रबंधन, ध्यान केंद्रित करने की तकनीकें, और मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए उपाय शामिल थे। छात्रों को यह संदेश दिया गया कि परीक्षा सिर्फ एक मापदंड है, वास्तविक मूल्यांकन उनका ज्ञान है।
भविष्य की संभावनाएँ
‘परिक्षा पे चर्चा’ कार्यक्रम में विचार विमर्श के माध्यम से, सरकार ने छात्रों की मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान केंद्रित करने का संकल्प लिया है। भविष्य में, यह कार्यक्रम और अधिक छात्र-हितैषी कार्यशालाएँ और कार्यक्रम आयोजित करेगा। यह छात्रों को बेहतर मानसिकता और सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ परीक्षा में उत्कृष्टता हासिल करने के लिए प्रेरित करेगा।
निष्कर्ष
संक्षेप में, ‘परिक्षा पे चर्चा’ न केवल भारत के छात्रों के लिए एक संवाद मंच है, बल्कि यह उनके मानसिक स्वास्थ्य को भी प्रोत्साहित करता है। यह कदम आने वाले समय में छात्रों की परीक्षा के प्रति दृष्टिकोण में परिवर्तन लाने की क्षमता रखता है।









