শনিবার, অক্টোবর 4

UIDAI का डिजिटल परिवर्तन: आधार सेवाओं में नए आयाम और महत्वपूर्ण उपलब्धियां

0
17

आधार सेवाओं में महत्वपूर्ण विकास

आधार प्रमाणीकरण लेनदेन अगस्त 2025 में 10 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 221 करोड़ तक पहुंच गया। यह वृद्धि भारत के डिजिटल पारिस्थितिकी तंत्र में आधार की बढ़ती भूमिका को दर्शाती है।

नई डिजिटल पहल

UIDAI नवंबर 2025 में एक नई ऑनलाइन प्रणाली शुरू करने की योजना बना रहा है। यह नई पहल नागरिकों को भौतिक सेवा केंद्रों पर जाए बिना नाम, पता, मोबाइल नंबर और जन्म तिथि सहित कई आधार विवरणों को एक साथ संशोधित करने में सक्षम बनाएगी

वर्तमान में, केवल पते में बदलाव ही ओटीपी सत्यापन के साथ ऑनलाइन पूरा किया जा सकता है। नई प्रणाली के तहत, फिंगरप्रिंट और आईरिस स्कैन जैसे बायोमेट्रिक अपडेट आधार केंद्रों पर भौतिक सत्यापन की आवश्यकता वाले एकमात्र परिवर्तन होंगे। यह दृष्टिकोण पहुंच में सुधार करते हुए मजबूत सुरक्षा उपायों को बनाए रखने पर केंद्रित है। अपडेट किया गया प्लेटफॉर्म उपयोगकर्ता की जानकारी को स्वचालित रूप से सत्यापित करने के लिए विभिन्न सरकारी डेटाबेस के साथ एकीकृत होगा

स्कूली बच्चों के लिए विशेष पहल

UIDAI के CEO भुवनेश कुमार ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों को लक्षित MBU शिविरों के आयोजन में सहयोग के लिए लिखा है। UIDAI और शिक्षा मंत्रालय ने यूनिफाइड डिस्ट्रिक्ट इंफॉर्मेशन सिस्टम फॉर एजुकेशन प्लस प्लेटफॉर्म पर लगभग 17 करोड़ बच्चों के लिए आधार में लंबित MBU की सुविधा के लिए सहयोग किया है

फेस ऑथेंटिकेशन में वृद्धि

आधार फेस ऑथेंटिकेशन समाधानों में महत्वपूर्ण वृद्धि देखी गई है। अगस्त 2025 में, पिछले वर्ष की इसी अवधि के 6.04 करोड़ की तुलना में कम से कम 18.6 करोड़ फेस ऑथेंटिकेशन लेनदेन किए गए। अब तक कुल मिलाकर लगभग 213 करोड़ ऐसे लेनदेन किए जा चुके हैं

Comments are closed.