S Jaishankar: विश्व मंच पर भारत की आवाज

परिचय
S Jaishankar, जो आज के समय में भारत के विदेश मंत्री हैं, भारतीय विदेश नीति के महत्वपूर्ण नायक बन गए हैं। उनकी नीतियों और विचारों ने अंतरराष्ट्रीय मामलों में भारत की भूमिका को और भी मजबूत किया है। वर्तमान समय में, जब वैश्विक राजनीति अनिश्चितता की ओर बढ़ रही है, स. जयशंकर की सक्रियता और वैश्विक मंच पर उपस्थिति अद्वितीय है।
हालिया गतिविधियाँ
हाल ही में, स. जयशंकर ने कई महत्वपूर्ण बैठकों में भारत का प्रतिनिधित्व किया है, जिसमें जी20 समिट और शंघाई सहयोग संगठन की बैठक शामिल हैं। उन्होंने वैश्विक स्तर पर भारत के अंगूठे को मजबूती से पेश किया है, विशेषकर भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा और क्षेत्रीय स्थिरता के मुद्दों पर। उनके नेतृत्व में, भारत ने पारंपरिक मित्र देशों के साथ अपने संबंधों को बढ़ाया है और नए साझेदारियों की दिशा में कदम बढ़ाया है।
वैश्विक चुनौती और भारत का दृष्टिकोण
2023 में, भारत ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बहुत सी चुनौतियों का सामना किया है, जिसमें जलवायु परिवर्तन, कोरोना महामारी के प्रभावों, और भू-राजनीतिक संघर्ष शामिल हैं। स. जयशंकर की रणनीति इन मुद्दों को समग्र दृष्टि से देखने पर आधारित है। भारत का उद्देश्य विश्व में एक संयोजक की भूमिका निभाना है, ताकि दक्षिण-उत्तर के बीच की खाई को कम किया जा सके।
निष्कर्ष
स.जयशंकर की कूटनीति और विचार न केवल भारत की अंतरराष्ट्रीय राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं, बल्कि वे आने वाले वर्षों में विश्व स्तर पर भारत की पहचान को भी दृढ़ कर रहे हैं। उनकी बातचीत की शैली और निर्णय लेने की प्रक्रिया से यह अपेक्षित है कि भारत वैश्विक मामलों में एक महत्वपूर्ण शक्ति के रूप में उभरता रहेगा। इस प्रकार, स. जयशंकर की गतिविधियाँ और उनके दृष्टिकोण का未来 में वैश्विक राजनीति पर गहरा प्रभाव पड़ सकता है।