বৃহস্পতিবার, মে 15

PESB: भारत में सार्वजनिक उपक्रमों के लिए नेतृत्व का अहम साधन

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PESB का परिचय

जनता के उपक्रमों में सही नेतृत्व सुनिश्चित करने के लिए पब्लिक एन्टरप्राइजेज सेलेक्शन बोर्ड (PESB) एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। भारत में सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के भीतर उचित व्यक्तियों को चुनने और सामरिक नियुक्तियों के लिए PESB जिम्मेदार है। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि योग्य और सक्षम व्यक्तियों की नियुक्ति की जा सके, जिससे सार्वजनिक उपक्रमों की कार्यक्षमता और उत्तरदायित्व में सुधार हो सके।

हाल के विकास

सितंबर 2023 में, PESB ने चार प्रमुख सार्वजनिक उपक्रमों के निदेशकों की नियुक्तियों के लिए साक्षात्कार आयोजित किए। यह साक्षात्कार विभिन्न राज्य संचालित कंपनियों के लिए उच्च स्तर के प्रबंधन को खोजने के लिए आयोजित किया गया था, जिसमें बीएसएनएल, ओएनजीसी, और अन्य महत्वपूर्ण संस्थाएँ शामिल थीं। PESB ने इन नियुक्तियों के लिए उच्च मानदंड निर्धारित किए हैं, जिसमें अनुभव, शैक्षिक पृष्ठभूमि, और नेतृत्व क्षमताएँ शामिल हैं।

PESB का महत्व

PESB का महत्व सिर्फ नियुक्तियों तक ही सीमित नहीं है। यह सार्वजनिक उपक्रमों की कार्यप्रणाली में सुधार लाने और प्रदर्शन को बढ़ाने में भी योगदान देता है। योग्य व्यक्ति चुनने से न केवल संस्थानों की उत्पादकता में वृद्धि होती है, बल्कि इससे ग्राहकों और नागरिकों के प्रति उत्तरदायित्व भी बढ़ता है। PESB की गतिविधियाँ इसलिए बहुत महत्वपूर्ण हैं क्योंकि ये भारतीय अर्थव्यवस्था में शामिल सार्वजनिक उपक्रमों की गुणवत्ता और प्रभावशीलता को बेहतर बनाती हैं।

भविष्य की दिशा

PESB की भविष्य की चुनौतियों में अनिश्चितता, बदलते आर्थिक परिदृश्य और नई तकनीकों का समावेश शामिल है। उसे इन बदलावों के अनुसार अपने चयन प्रक्रियाओं को अद्यतन करना होगा और साथ ही नई प्रतिभाओं को आकर्षित करने के लिए रणनीतियाँ बनानी होंगी। PESB की योजनाएं नए नेतृत्व की संभावनाएँ बनाएंगी और यह सुनिश्चित करेंगी कि भारतीय सार्वजनिक उपक्रम प्रतिस्पर्धात्मक रूप से मजबूत बने रहें।

निष्कर्ष

PESB न केवल वर्तमान में नेतृत्व के चयन का कार्य करता है, बल्कि यह भविष्य में सार्वजनिक उपक्रमों की दिशा और गुणवत्ता के विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसके कार्य और दृष्टिकोण भारतीय अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं, और इसके प्रति समाज की अपेक्षाएँ भी बढ़ रही हैं। इस प्रकार, PESB का प्रभाव और महत्व भारत की विकास यात्रा में केंद्रीय बना रहेगा।

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