বৃহস্পতিবার, আগস্ট 28

NIOS (राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान) का महत्व

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NIOS: एक नई शिक्षा प्रणाली

NIOS, यानि राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान, भारत की शिक्षा प्रणाली में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह संस्थान उन छात्रों के लिए आदर्श है, जो नियमित विद्यालय नहीं जा सकते या अपनी सुविधानुसार शिक्षा प्राप्त करना चाहते हैं। NIOS का उद्देश्य हर एक छात्र को शिक्षित करने का अवसर उपलब्ध कराना है, जिससे वे बेहतर भविष्य की ओर अग्रसर हो सकें।

NIOS के मुख्य कार्यक्रम

NIOS विभिन्न शैक्षिक कार्यक्रम प्रदान करता है, जिनमें प्राइमरी, सेकेंडरी और सीनियर सेकेंडरी स्तर पर पाठ्यक्रम शामिल हैं। इसके अलावा, NIOS व्यावसायिक और कौशल विकास पाठ्यक्रम भी उपलब्ध कराता है, जो छात्रों को नौकरी के लिए तैयार करते हैं। इसके माध्यम से छात्र अपने परीक्षा समय को स्वयं निर्धारित कर सकते हैं, जिसमें लचीलेपन के साथ पढ़ाई कर पाते हैं।

हाल के विकास और आंकड़े

NIOS ने हाल ही में कोविड-19 महामारी के दौरान ऑनलाइन शिक्षा की दिशा में कदम बढ़ाए हैं। Covid-19 के दौरान, NIOS ने 2020 में लगभग 5 लाख छात्रों को ऑनलाइन माध्यम से शिक्षा प्रदान की। इसके साथ ही, NIOS की पंजीकरण की संख्या में भी अभूतपूर्व वृद्धि हुई है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि इस संस्थान ने विद्यार्थियों के बीच अपनी विश्वसनीयता बढ़ाई है।

महत्व का सारांश

सामान्य शिक्षा प्रणाली के मुकाबले, NIOS छात्रों को अधिक लचीलापन और स्वायत्तता प्रदान करता है। यह उन छात्रों के लिए एक सुनहरा अवसर है, जो पारंपरिक स्कूलों में कठिनाई का सामना कर रहे हैं। आने वाले समय में, NIOS का यह प्रयास और भी छात्रों को शिक्षा के इस अनुभव से जोड़ने में मदद करेगा। NIOS की भविष्य की योजनाओं में एवं अधिक पाठ्यक्रमों को विस्तारित करना और शिक्षा को और अधिक सुलभ बनाना शामिल है, जो निश्चित रूप से भारत की शिक्षा प्रणाली को मजबूती प्रदान करेगा।

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