KSEB: केरल राज्य विद्युत बोर्ड और इसके विकास

KSEB का परिचय
केरल राज्य विद्युत बोर्ड (KSEB) केरल सरकार का एक महत्वपूर्ण उपक्रम है, जो राज्य के सभी क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति, प्रबंधन और वितरण का कार्य करता है। इसकी स्थापना 1957 में हुई थी और यह एक सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रम है। KSEB का मुख्य उद्देश्य केरल में स्थायी और विश्वसनीय बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करना है।
हालिया विकास
हाल ही में, KSEB ने नवाचार की दिशा में कई कदम उठाए हैं। 2023 में, KSEB ने 100% विजिलेंस और पारदर्शिता बढ़ाने के लिए डिजिटल फंडिंग प्रणाली का शुभारंभ किया। इसके अंतर्गत उपभोक्ताओं को ऑनलाइन बिल भुगतान की सुविधा दी गई है, जिससे उन्हें भुगतान करने में आसानी हो रही है और प्रक्रिया में पारदर्शिता बढ़ रही है।
नवीनतम योजनाएँ
KSEB ने हरित ऊर्जा परियोजनाओं पर भी ध्यान केंद्रित किया है। सामान्यत: केरल की भौगोलिक स्थिति के कारण, जलविद्युत ऊर्जा का व्यापक उपयोग होता है। KSEB ने 2023 में नई परियोजनाओं की योजना बनाई है, जिनमें सौर और पवन ऊर्जा संयंत्र स्थापित किये जाने का प्रस्ताव है। इस प्रयास का लक्ष्य है कि राज्य की बिजली आवश्यकता में हरित ऊर्जा का योगदान 50% तक बढ़ाया जा सके।
उपभोक्ता संरक्षण
KSEB उपभोक्ताओं की समस्याओं को सुनने और उनका त्वरित समाधान करने के लिए विभिन्न हेल्पलाइन नंबर और एक ऑनलाइन शिकायत प्रणाली प्रदान करता है। इससे उपभोक्ताओं को अपनी शिकायतें दर्ज करने में सुविधा होती है और उनका समाधान भी तुरंत किया जाता है।
निष्कर्ष
KSEB का कार्य केवल बिजली का वितरण करना नहीं है, बल्कि यह हरित ऊर्जा में बदलाव लाने, उपभोक्ता संतुष्टि बढ़ाने और पारदर्शिता को बढ़ावा देने की दिशा में भी काम कर रहा है। आने वाले वर्षों में, KSEB की योजनाएँ ना केवल राज्य में विद्युत आपूर्ति में सुधार लाएंगी, बल्कि हरित ऊर्जा के क्षेत्र में भी योगदान करेंगी। इससे सभी उपभोक्ताओं को अधिकतम लाभ मिलने की संभावना है।