শনিবার, মার্চ 29

KSEAB: कर्नाटका स्कूल परीक्षा एवं मूल्यांकन बोर्ड की भूमिका

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KSEAB का परिचय

Karnataka School Examination and Assessment Board (KSEAB) कर्नाटका राज्य में शिक्षा प्रणाली का एक महत्वपूर्ण अंग है। यह बोर्ड विभिन्न परीक्षा प्रक्रियाओं को संचालित करता है, खासकर माध्यमिक विद्यालय की परीक्षाएं। KSEAB की भूमिका शिक्षा के क्षेत्र में बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह विद्यार्थियों की योग्यता और प्रदर्शन मूल्कन करता है।

हाल की घटनाएँ

हाल के वर्षों में KSEAB ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। 2023 के लिए आयोजित SSLC (Secondary School Leaving Certificate) परीक्षाएं 1 मार्च से 15 मार्च के बीच आयोजित की गई थीं, जिसमें लगभग 8 लाख छात्रों ने भाग लिया। KSEAB ने परीक्षा के बाद पारदर्शिता को बनाए रखने के लिए एक ऑनलाइन परिणाम प्रणाली लागू की है, जिससे छात्रों को तुरंत और सटीक परिणाम मिल सकें। इसके अलावा, बोर्ड ने परीक्षाओं की कठिनाई स्तर को संतुलित करने और छात्रों को सहायता प्रदान करने के लिए मॉक परीक्षणों का आयोजन भी किया है।

KSEAB की प्रगति

KSEAB ने डिजिटल प्लेटफार्म पर भी ध्यान केंद्रित किया है। बोर्ड ने ई-लर्निंग संसाधनों और ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रमों का विकास किया है, जिससे छात्रों को उच्च गुणवत्ता की शिक्षा मिल सके। इस पहल के अंतर्गत, कई विषयों पर ऑनलाइन पाठ्यक्रम और वीडियो ट्यूटोरियल उपलब्ध कराए गए हैं। इसके परिणामस्वरूप, छात्रों ने शिक्षण के प्रति अधिक रुचि दिखाई है और कठिन विषयों में उनकी समझ बेहतर हुई है।

निष्कर्ष

KSEAB का योगदान न केवल कर्नाटका के छात्रों के लिए, बल्कि राज्य के शिक्षा प्रणाली के विकास में भी महत्वपूर्ण है। बोर्ड की नई पहलों और डिजिटल प्रयासों के माध्यम से, यह उम्मीद की जा सकती है कि छात्र बेहतर परिणाम प्राप्त करेंगे और शिक्षा प्रणाली में सुधार जारी रहेगा। भविष्य में, KSEAB छात्रों को बेहतर संसाधन और संकाय उपलब्ध कराने की दिशा में आगे बढ़ने की योजना बना रहा है। यह पहल देश के युवा पीढ़ी के विकास के लिए महत्वपूर्ण साबित होगी।

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