Kaal Bhairav Ashtami 2025: जानें तिथि और महत्व
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Kaal Bhairav Ashtami का परिचय
Kaal Bhairav Ashtami, भगवान शिव के एक प्रमुख स्वरूप, काल भैरव की पूजा का पर्व है। यह विशेष रूप से उन भक्तों के लिए महत्वपूर्ण है जो पीड़ा और संकट से मुक्ति की तलाश में हैं। यह दिन भक्तों के लिए विशेष महत्व रखता है क्योंकि इसे संकटों और नकारात्मकता से मुक्ति के लिए विशेष रूप से समर्पित किया जाता है। Kaal Bhairav Ashtami हर साल कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। 2025 में यह पर्व 13 नवंबर को मनाया जाएगा।
उपचार और अनुष्ठान
इस दिन भक्त विशेष अनुष्ठान करते हैं, जिसमें उपवास, विशेष पूजा और यज्ञ का आयोजन किया जाता है। मंदिरों में भैरव जी की प्रतिमा को स्नान कराकर नए वस्त्र पहनाए जाते हैं और भक्त विशेष तौर पर भैरव जी को शराब, काले तिल और कबाब अर्पित करते हैं। माना जाता है कि भैरव जी की प्रसन्नता से सभी संकट दूर होते हैं और भक्तों को सफलता मिलती है।
Kaal Bhairav के शिष्य और उनके भक्त
भैरव जी के अनेक भक्तों में दानी और गरीबों की मदद करने वाले लोग शामिल हैं। यही कारण है कि Kaal Bhairav Ashtami के दिन समाज सेवा पर भी जोर दिया जाता है। इस दिन गरीबों को अनाज और वस्त्र दान देने की परंपरा है। कई लोग इस दिन अपने इष्ट देवता की विशेष कृपा पाने के लिए माला जप करते हैं।
निष्कर्ष
Kaal Bhairav Ashtami 2025 का पर्व न केवल भक्ति का प्रतीक है बल्कि यह एक आत्मा की शुद्धि, नकारात्मकता से मुक्ति और सामाज सेवा का दिन भी है। इस दिन लोग अपने कर्मों का पुनर्मुल्यांकन करते हैं और अपने जीवन में अधिक सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करते हैं। इस अवसर पर सभी भक्तों को अपने इष्ट देवता से आशीर्वाद प्राप्त करने का विशेष अवसर मिलता है और इस पर्व की पवित्रता एवं महत्व ने इसे हर भक्त के लिए विशेष बनाया है।