বুধবার, মার্চ 12

Holi Kab Hai 2025: जानें तिथि और उत्सव का महत्व

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होलिका दहन और होली का महत्व

रंगों का त्योहार होली, जो हिंदू धर्म का प्रमुख त्योहार है, हर वर्ष फाल्गुन महीने की पूर्णिमा को मनाया जाता है। यह त्यौहार बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है और मित्रता तथा परिवार के साथ मिलकर मनाने का अवसर भी है। होली का पर्व केवल रंगों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह प्यार, भाईचारे और एकता का प्रतीक है।

2025 में होली की तिथि

2025 में होली का पर्व 17 मार्च को मनाया जाएगा। इस दिन लोग एक-दूसरे को रंग लगाते हैं और मिठाइयाँ बाँटते हैं। होली के दिन से पहले, होलिका दहन किया जाता है, जो 16 मार्च को मनाया जाएगा। इस दिन लोग होलika की अग्नि में अपनी बुराइयों और बुरे विचारों को जलाते हैं।

होलocaust दहन की तैयारी

होलिका दहन के लिए, लोग आमतौर पर लकड़ी, सूखी पत्तियाँ और अन्य सामग्री इकट्ठा करते हैं ताकि अग्नि उचित रूप से प्रज्वलित हो सके। इसकी तैयारी में सामुदायिक सहभागिता भी देखी जाती है। लोग मिलकर पूजा करते हैं और फिर अग्नि के चारों ओर जाते हैं।

होली के आयोजन

होली के दिन, रंग खेलने की परंपरा बहुत मजेदार होती है। सभी लोग एक-दूसरे पर रंग डालते हैं और अपने प्रियजनों के साथ खुशियों का आदान-प्रदान करते हैं। इस दिन, लोग जल रंग और गुलाल का इस्तेमाल करते हैं। साथ ही, विभिन्न प्रकार के पकवान तैयार किए जाते हैं, जैसे गुजिया और पंचामृत।

संभवता और महत्व

होलिका दहन और होली का पर्व साथ में मिलकर जश्न मनाने का एक अद्भुत अवसर होता है। यह हमारे समाज में भाईचारे, मित्रता और आपसी प्रेम को और मजबूत बनाता है।

2025 में होली मनाना एक नई आशा और उमंग के साथ होगा। इस बार हम सभी को मिलकर इस त्योहार को और भी आनंदमय बनाना चाहिए और सभी मतभेदों को भुलाकर एक साथ रंग में रंग जाना चाहिए।

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