Guru Nanak Jayanti 2025: उत्सव और महत्व

गुरु नानक जयंती का महत्व
गुरु नानक जयंती, जिसे गुरु नानक देव जी की जयंती के रूप में मनाया जाता है, सिख धर्म के सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है। यह हर साल कार्तिक माह की पूर्णिमा को मनाया जाता है, और 2025 में यह 27 नवंबर को पड़ेगा। गुरु नानक देव जी का जीवन और शिक्षाएँ सिख धर्म के मूल संस्कारों को दर्शाती हैं, जिन्हें दुनिया भर में करोड़ों अनुयायी मानते हैं।
उपरोक्त घटनाएँ और समारोह
गुरु नानक जेयंती के अवसर पर, दुनिया भर के सिख समुदाय विशेष धार्मिक समारोहों का आयोजन करते हैं। शहरों और गांवों के गुरुद्वारे विशेष पूजा-अर्चना करते हैं तथा संगत द्वारा ‘निमानी’ (प्रसाद) वितरित किया जाता है। भक्तजन ‘जलालत’ (गुरु ग्रंथ साहिब) की सुखमनी का पाठ करते हैं, और फिर भव्य रिवाज़ के रूप में नगर कीर्तन निकाला जाता है, जिसमें लोग उत्साह पूर्वक शामिल होते हैं।
गुरु नानक देव जी की शिक्षाएँ
गुरु नानक देव जी ने अपने जीवन में सच्चाई, ईश्वर की भक्ति और मानवता की सेवा पर जोर दिया। उन्होंने जातिवाद और भेदभाव के खिलाफ आवाज उठाई और सभी मनुष्यों को एक समान माना। उनकी शिक्षाएँ आज के समय में भी उतनी ही सटीक और महत्वपूर्ण हैं। 2025 में गुरु नानक जयंती का पर्व अपार भक्ति और श्रद्धा के साथ मनाया जाएगा, जो सिख समुदाय के लिए एकजुटता और सामूहिकता का प्रतीक होगा।
उपसंहार
गुरु नानक जयंती 2025 न केवल एक धार्मिक पर्व है, बल्कि यह सभी के लिए संघटन का एक अवसर भी है। लोग इस दिन अपने मतभेद भुलाकर एक-दूसरे के साथ मिलकर गुरु नानक देव जी की शिक्षाओं पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं। इस अवसर पर की गई तपस्या, सेवा और शिक्षा से हम दुनिया को और बेहतर बनाने के लिए प्रेरित हो सकते हैं। इसलिए, यह पर्व हमें यह याद दिलाता है कि हम सभी मनुष्य हैं, और हमें एक दूसरे के प्रति करुणा और प्रेम से भरा रहना चाहिए।









