G7 शिखर सम्मेलन 2025: विश्व की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं का महत्वपूर्ण सम्मेलन

परिचय
G7 देशों – कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, यूनाइटेड किंगडम और अमेरिका – के नेता कनाडा के कनानास्किस, अल्बर्टा में तीन दिवसीय शिखर सम्मेलन के लिए एकत्र हुए। यह समूह विश्व की जनसंख्या का केवल 10% प्रतिनिधित्व करता है, लेकिन इसका वैश्विक प्रभाव महत्वपूर्ण है। यह समूह एचआईवी/एड्स महामारी से लड़ने, विकासशील देशों को वित्तीय सहायता प्रदान करने और जलवायु परिवर्तन से निपटने जैसी कई वैश्विक पहलों को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
प्रमुख निर्णय और चर्चाएं
शिखर सम्मेलन में मध्य पूर्व पर एक संयुक्त बयान जारी किया गया, जिसमें सभी नेताओं ने तनाव कम करने की इच्छा व्यक्त की। इसके अलावा, G7 सदस्यों ने ट्रांसनेशनल दमन, प्रवासी तस्करी, कृत्रिम बुद्धिमत्ता और क्वांटम तकनीक जैसे महत्वपूर्ण नीतिगत क्षेत्रों पर कई बयान जारी किए।
सम्मेलन में यूक्रेन को वित्तीय सहायता पर विशेष ध्यान दिया गया। G7 नेताओं ने यूक्रेन को वर्ष के अंत तक जब्त रूसी संपत्तियों द्वारा समर्थित ऋण प्रदान करने पर सहमति व्यक्त की।
वैश्विक चुनौतियां और भविष्य की दिशा
G7 देशों से विदेशी सहायता या आधिकारिक विकास सहायता (ODA) में 2024 में तेज गिरावट आई है, और 2025 और 2026 के लिए प्रारंभिक अनुमान और भी तीव्र गिरावट की ओर संकेत करते हैं। अमेरिका ने सबसे अधिक कटौती की है, जबकि यूरोपीय देशों ने भी विकास बजट में कमी की है और रक्षा और घरेलू आर्थिक मुद्दों की ओर धन को पुनर्निर्देशित किया है।
कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) के क्षेत्र में, 2024 में G7 देशों ने वैश्विक निजी AI निवेश का 80% से अधिक आकर्षित किया। पिछले दस वर्षों में, निजी AI निवेश में लगभग पंद्रह गुना वृद्धि हुई है। कनाडा के प्रधानमंत्री कार्नी ने AI को अपने एजेंडे में शीर्ष पर रखा है। हालांकि अमेरिका AI नवाचार और निवेश में अग्रणी है, यूरोप विनियमन में आगे है, जबकि चीन रणनीतिक रूप से अपने AI मॉडल विकसित कर रहा है।