Choti Diwali 2025: Importance and Celebrations

परिचय
छोटी दिवाली, जिसे ‘नरक चतुर्दशी’ भी कहा जाता है, भारतीय संस्कृति में एक महत्वपूर्ण पर्व है। यह पर्व मुख्य दिवाली से एक दिन पहले मनाया जाता है और इसका विशेष महत्व है। 2025 में, यह पर्व 9 नवंबर को मनाया जाएगा। छोटी दिवाली की पूजा विशेष रूप से लक्ष्मी माता और भगवान हनुमान के प्रति की जाती है, जो समृद्धि और खुशहाली का प्रतीक हैं।
छोटी दिवाली का महत्व
छोटी दीवाली, अंधकार से प्रकाश की ओर जाने की यात्रा को दर्शाती है। यह दिवाली के शुभ पर्व का पूर्वाभास है, जो इसे और भी खास बनाता है। इस दिन लोग अपने घरों को दीपों और रंग बिरंगी रोशनी से सजाते हैं, जिससे पूरा वातावरण उत्साह और आनंद से भर जाता है। इसके साथ ही, लोग अपने प्रियजनों के साथ मिठाइयाँ बांटते हैं और एक-दूसरे से शुभकामनाएँ साझा करते हैं।
अन्य महत्वपूर्ण परंपराएँ
छोटी दिवाली पर, कई लोग भगवान राम के अयोध्या लौटने की ख़ुशी में पटाखे जलाते हैं। साथ ही, इस दिन लोगों द्वारा विशेष पूजा और हवन का आयोजन किया जाता है, जो सौभाग्य और समृद्धि की कामना से भरा होता है। पाँच दिवसीय दिवाली महापर्व का यह महत्वपूर्ण दिन, आत्मिक और पारिवारिक संबंधों को मजबूती प्रदान करता है।
समापन
छोटी दिवाली 2025 का उत्सव न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व का है, बल्कि यह समाज में आपसी प्रेम और सद्भावना को भी बढ़ावा देता है। यह पर्व हमें याद दिलाता है कि हर अंधेरी रात के बाद एक नई सुबह होती है। सभी लोगों को इस दिन अपने घरों को साफ-सुथरा रखने, दीप जलाने और एक-दूसरे के साथ खुशियों को साझा करने की प्रेरणा दी जाती है। हम सभी को मिलकर इस पर्व को मनाने की तैयारी करनी चाहिए ताकि 2025 की छोटी दिवाली सभी के लिए खुशियाँ और समृद्धि लेकर आए।