अमावस्या कब है: इस महीने की विशेष तिथियाँ

अमावस्या का महत्व
अमावस्या, जो हर महीने की अंतिम तिथि होती है, का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व है। हिन्दू धर्म में इसे विशेष रूप से महत्वपूर्ण माना जाता है, क्योंकि इसे पितृ पक्ष के लिए समर्पित किया जाता है। इस दिन, लोग विशेष पूजा-अर्चना करते हैं और अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हैं। विशेष रूप से, श्रावण और कार्तिक माह की अमावस्या का अधिक आध्यात्मिक महत्व होता है।
अमावस्या की तिथियाँ
इस महीने, अर्थात अक्टूबर 2023 में अमावस्या 14 अक्टूबर को मनाई जाएगी। इस दिन लोग विशेष रूप से स्नान, दान और पूजा करते हैं। अमावस्या के दिन मंदिरों में भीड़ बढ़ जाती है, और विशेष अनुष्ठान किए जाते हैं। इसके अलावा, अमावस्या के रात को चाँद न दिखाई देने के कारण इसे ‘कृष्ण पक्ष’ कहा जाता है, जो अंधकार का प्रतीक है।
प्रमुख धार्मिक अनुष्ठान
अमावस्या पर कई धार्मिक अनुष्ठान किए जाते हैं, जिनमें पितृ ტरर्थ, तर्पण, और श्राद्ध शामिल हैं। परिवार के सदस्यों का मानना है कि इस दिन की गई पूजा से पूर्वजों को शांति मिलती है। कई लोग इस दिन अपने घरों की सफाई भी करते हैं और नये व्रत की शुरुआत करते हैं।
संस्कृति और परंपरा
समाज में अमावस्या का एक खास स्थान है, जहाँ लोग अपनी परंपराओं को बनाए रखते हैं। इस दिन मेले और विशेष कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते हैं, जिससे न केवल धार्मिक बल्कि सामाजिक मेलजोल भी बढ़ता है।
निष्कर्ष
अमावस्या का दिन केवल एक धार्मिक पर्व नहीं है, बल्कि यह एक महत्वपूर्ण सामाजिक और सांस्कृतिक प्रसंग भी है। यह हमें अपनी जड़ों से जुड़ने और अपने पूर्वजों को याद करने का अवसर प्रदान करता है। अगली अमावस्या 14 अक्टूबर 2023 को है, जो एक भव्य उत्सव के रूप में मनाई जाएगी।