राजीव गांधी: भारतीय राजनीति में एक महत्वपूर्ण अध्याय

परिचय
राजीव गांधी भारतीय राजनीति के एक प्रमुख नेता थे, जिन्होंने 1984 से 1989 तक भारत के प्रधानमंत्री के रूप में सेवा की। उनका कार्यकाल और योगदान भारतीय राजनीति में महत्वपूर्ण माने जाते हैं। वे देश के सबसे युवा प्रधानमंत्री बने, जब उन्होंने अपने माता-पिता की असामयिक मृत्यु के बाद राजनीति में कदम रखा।
राजनीतिक करियर
राजीव गांधी ने 1981 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में शामिल होकर अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की। 1984 में, इंदिरा गांधी की हत्या के बाद, उन्हें प्रधानमंत्री बनाया गया। उनके प्रधानमंत्री बनने पर 21 वर्ष की आयु में, वे अंगूठे पर सबसे पहले युवा नेता बने। उनके कार्यकाल में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए, जैसे कि सूचना प्रौद्योगिकी और दूरसंचार में विकास जो आज भी हमारी ज़िंदगी में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। उनके नेतृत्व में भारत ने एक नई आर्थिक दिशा को अपनाया।
निवेश और प्रौद्योगिकी में सुधार
राजीव गांधी ने तकनीकी प्रगति और औद्योगिक विकास को प्राथमिकता दी। उन्होंने देश में कंप्यूटर और सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में निवेश के लिए नीतियाँ बनाई। इसने भारत को विश्व स्तर पर एक महत्वपूर्ण तकनीकी केंद्र में बदल दिया। इसके अलावा, उन्होंने ग्रामीण विकास और शिक्षा पर भी ध्यान केंद्रित किया।
निष्कर्ष
राजीव गांधी का योगदान आज भी भारतीय राजनीति और समाज में महत्वपूर्ण है। उनके कार्यों के चलते, भारत ने तकनीकी और आर्थिक क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की। उनके नेतृत्व में लिए गए फैसले आधुनिक भारत को आकार देने में महत्वपूर्ण रहे हैं। उनके व्यक्तित्व और दृष्टिकोण से प्रेरणा लेकर नई पीढ़ी भी नेतृत्व की दिशा में कदम बढ़ा रही है। इस प्रकार, राजीव गांधी की विरासत भारतीय राजनीति में अमर रहेगी।