রবিবার, জুন 22

पुतिन का वैश्विक राजनीति में प्रभाव

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परिचय

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का वैश्विक राजनीति में एक महत्वपूर्ण स्थान है। पिछले दो दशकों में, उनके निर्णय और रणनीतियाँ दुनिया के विभिन्न क्षेत्रों में संघर्ष और सहयोग को प्रभावित कर चुकी हैं। हालिया घटनाक्रम, जैसे कि यूक्रेन पर आक्रमण और पश्चिमी देशों के साथ सम्बन्ध, इस विषय को और भी प्रासंगिक बनाते हैं।

पुतिन का नेतृत्व और उसकी चुनौतियाँ

पुतिन ने 2000 में राष्ट्रपति पद पर पदभार ग्रहण किया और तब से रूसी राजनीति में एक शक्तिशाली व्यक्तित्व के रूप में उभरे। उनकी नीतियाँ आम तौर पर राष्ट्रीय सुरक्षा और आर्थिक स्थिरता पर केंद्रित रही हैं। हाल ही में, यूक्रेन में रूस के आक्रमण ने वैश्विक स्तर पर उनका विरोध बढ़ा दिया है। पश्चिमी देशों ने रूस पर आर्थिक प्रतिबंध लगाए हैं जबकि पुतिन ने अपने देश को एकीकृत रखने की कोशिश की है।

इसके अलावा, पुतिन की विदेश नीति में भी बदलाव आया है। उन्होंने अन्य देशों, विशेषकर चीन और इरान के साथ सामरिक संबंधों को मजबूत किया है। यह एक रणनीतिक प्रयास है ताकि रूस को पश्चिमी देशों के दबाव से बचाया जा सके।

रूस और पश्चिम के बीच बढ़ते तनाव

रूस और पश्चिम के बीच संबंध पिछले कुछ सालों में काफी खराब हुए हैं। यूक्रेन के साथ संघर्ष ने नाटो के साथ रूस के संबंधों को और भी जटिल बना दिया है। इसी के चलते, नाटो ने पूर्वी यूरोप में अपने बलों को बढ़ाया है, जिससे रूस की चिंताएँ और बढ़ गई हैं। पिछले कुछ समय से, रूस की सीमाओं के आस-पास सैन्य गतिविधियों में वृद्धि देखी गई है।

निष्कर्ष

व्लादिमीर पुतिन का प्रभाव न केवल रूस बल्कि अंतरराष्ट्रीय संबंधों पर भी गहरा असर डाल रहा है। उनके निर्णयों के परिणामस्वरूप वैश्विक राजनीति में जो बदलाव आ रहे हैं, वे आने वाले वर्षों में भी महत्वपूर्ण रहने वाले हैं। इसके अलावा, पुतिन के नेतृत्व में रूस की घटनाएँ यह दर्शाती हैं कि कैसे एक देश की आंतरिक एवं बाह्य नीति वैश्विक संतुलन को प्रभावित कर सकती है। यह सभी घटनाक्रम भारतीय दर्शकों के लिए एक महत्वपूर्ण अध्ययन का विषय हैं, क्योंकि विश्व का राजनीतिक परिदृश्य हमारे देश की स्थिति को भी प्रभावित करता है।

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