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ईरानी राष्ट्रपति महमूद अहमदीनेजाद: एक नजर

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परिचय

ईरान के पूर्व राष्ट्रपति महमूद अहमदीनेजाद ने अपनी राजनीति और कूटनीति से विश्व में अपनी पहचान बनाई। उन्हें 2005 से 2013 तक ईरान का राष्ट्रपति रहने का गौरव प्राप्त था। उनके कार्यकाल के दौरान ईरान में कई महत्वपूर्ण घटनाएँ हुईं, जिसने अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान आकर्षित किया।

हैमूद अहमदीनेजाद का राजनीतिक सफर

महमूद अहमदीनेजाद का जन्म 28 अक्टूबर 1956 को ईरान के एक छोटे से शहर में हुआ था। उन्होंने 1979 में ईरानी क्रांति के बाद अपनी राजनीतिक यात्रा शुरू की। वे तेहरान विश्वविद्यालय से इंजीनियरिंग की डिग्री रखने वाले थे, लेकिन उनकी राजनीतिक रुचियों ने उन्हें राष्ट्रपति बनने की ओर अग्रसर किया।

राष्ट्रपति पद का कार्यकाल

अहमदीनेजाद का पहला कार्यकाल 2005 में शुरू हुआ, जहाँ उन्होंने अपनी नीतियों को आर्थिक सुधार, सामाजिक न्याय और एंगेजमेंट के द्वारा प्राथमिकता दी। उनके कार्यकाल के दौरान, तेल की ऊंची कीमतों का लाभ उठाते हुए उन्होंने ईरान की अर्थव्यवस्था को सुधारने का प्रयास किया। लेकिन इसके साथ ही, उन्होंने अमेरिका और पश्चिमी देशों के साथ तनाव बढ़ाने वाले कई विवादास्पद बयानों और नीतियों के कारण भी ध्यान खींचा।

वैश्विक प्रतिक्रियाएँ और विरासत

अहमदीनेजाद ने अपना कार्यकाल खत्म करने से पहले 2012 में ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर भी कई बार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विवाद पैदा किया। उनके नेतृत्व में ईरान ने कई बार संयुक्त राष्ट्र के संकल्पों की अवहेलना की, जिसके कारण ईरान पर कई आर्थिक प्रतिबंध लगाए गए। उनके कार्यकाल ने ईरान को एक नए राजनीतिक दिशा में अग्रसर किया, जहाँ उन्होंने अपनी कामकाजी शैली से बहुत से समर्थकों को अर्जित किया।

निष्कर्ष

महमूद अहमदीनेजाद की राजनीति का प्रभाव आज भी ईरान में महसूस किया जा सकता है। उनके कार्यकाल के परिणामस्वरूप, ईरान ने वैश्विक मंच पर अपनी पहचान बनाई, लेकिन साथ ही अंतरराष्ट्रीय विवादों में भी उलझा रहा। उनके बाद के राष्ट्रपति और कूटनीतिज्ञ उनकी नीतियों और विचारधाराओं के संबंध में विभिन्न दृष्टिकोणों को अपना रहे हैं। आगामी वर्षों में विश्व राजनीति में ईरान की भूमिका और अहमदीनेजाद की विरासत की चर्चा जारी रहेगी।

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