রবিবার, জুন 8

संजय बांगड़: एक प्रभावशाली क्रिकेट कोच और खिलाड़ी

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परिचय

संजय बांगड़ भारतीय क्रिकेट के एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी और मौजूदा कोच हैं। उनका करियर मैच से लेकर कोचिंग तक का सफर क्रिकेट प्रेमियों के लिए प्रेरणादायक रहा है। बांगड़ ने कई युवा खिलाड़ियों को तैयार करने में अहम भूमिका निभाई है और उनकी कोचिंग में भारत ने कई महत्वपूर्ण जीत दर्ज की हैं।

क्रिकेट करियर

संजय बांगड़ का जन्म 4 जुलाई 1971 को राजस्थान के सिंहनिया में हुआ। उन्होंने अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत 1998 में भारतीय राष्ट्रीय टीम के लिए की। बांगड़ ने टेस्ट और एकदिवसीय दोनों प्रारूपों में खेला, जिसमें उन्होंने अपनी बैटिंग और बॉलिंग क्षमताओं से सबका ध्यान आकर्षित किया। वे विशेष रूप से लाल गेंद के क्रिकेट में अपनी मजबूत बॉलिंग और क्रीज पर स्थायी बैटिंग के लिए जाने जाते थे।

कोचिंग करियर

संजय बांगड़ ने अपने क्रिकेट करियर के बाद 2008 में राजस्थान रणजी टीम के सहायक कोच के रूप में अपनी कोचिंग यात्रा शुरू की। इसके बाद, उन्हें भारतीय राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के सहायक कोच के रूप में नियुक्त किया गया। बांगड़ ने 2019 में भारतीय टीम के मुख्य कोच रवि शास्त्री के नेतृत्व में कई सफल मुकाबले जीते।

उनका कोचिंग स्टाइल युवा खिलाड़ियों को न केवल तकनीकी सुधार में मदद करता है, बल्कि मानसिक रूप से भी मजबूत बनाने पर जोर देता है। उनकी रणनीतियों ने कई नवोदित खिलाड़ियों के करियर को गति दी है।

निष्कर्ष

संजय बांगड़ ने न केवल एक खिलाड़ी के रूप में बल्कि एक कोच के रूप में भी भारतीय क्रिकेट को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उनकी मेहनत, समर्पण और क्रिकेट की गहरी समझ ने उन्हें भारतीय क्रिकेट की दुनिया में एक प्रतिष्ठित स्थान दिलाया है। भविष्य में, उनकी कोचिंग विधियाँ और खिलाड़ियों के प्रति समर्पण भारतीय क्रिकेट की नई पीढ़ी को प्रेरित करते रहेंगे।

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