শনিবার, জুন 7

आईसीएसआई: भारत में कॉर्पोरेट गवर्नेंस का मानक

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आईसीएसआई का परिचय

आईसीएसआई यानी इंस्टीट्यूट ऑफ कंपनी सेक्रेटरीज ऑफ इंडिया भारत में कंपनी सचिवों के लिए एक प्रमुख पेशेवर संस्थान है। इसकी स्थापना 1968 में हुई थी, और यह भारत के कॉर्पोरेट गवर्नेंस को सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। आईसीएसआई कंपनी सचिवों को पेशेवर शिक्षा और प्रशिक्षण प्रदान करता है, जो उन्हें कंपनियों के कानूनी, वित्तीय और प्रशासनिक मामलों में मार्गदर्शन करने में सक्षम बनाता है।

महत्त्व और कार्यक्षेत्र

आईसीएसआई का मुख्य उद्देश्य कंपनी सेक्रेटरी के पेशे की गुणवत्ता को सुनिश्चित करना और कॉर्पोरेट गवर्नेंस के मानकों को बढ़ावा देना है। यह कंपनी सचिवों को विभिन्न क्षेत्रों में प्रशिक्षित करता है, जैसे कि:

  • कानूनी परामर्श
  • प्रबंधन सलाह
  • कॉर्पोरेट गवर्नेंस
  • वित्तीय मामलों का प्रबंधन

हाल ही में, आईसीएसआई ने अपने पेशेवर पाठ्यक्रमों को और भी उन्नत बनाने के लिए कई नई सुविधाएँ पेश की हैं। इनके तहत ऑनलाइन मॉक टेस्ट, क्षेत्रीय संगठनों के सहयोग से कार्यशालाएँ और कैरियर मार्गदर्शन कार्यक्रम शामिल हैं।

हाल की घटनाएँ

हाल ही में, आईसीआईएस ने 2023 में भारत सरकार के साथ मिलकर ‘कॉर्पोरेट गवर्नेंस एंड इथिक्स’ पर एक राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया। इस सम्मेलन में भारत के विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों ने भाग लिया और कॉर्पोरेट गवर्नेंस के महत्व पर चर्चा की। सम्मेलन ने उद्योग में एक नई चेतना को जागृत करते हुए, कंपनियों में नैतिक प्रथाओं के पालन की आवश्यकता को रेखांकित किया।

निष्कर्ष

आईसीएसआई न केवल कंपनी सचिवों का प्रशिक्षण करता है, बल्कि यह संगठनों में पारदर्शिता और उत्तरदायित्व को भी बढ़ावा देता है। आगामी वर्षों में, इसकी भूमिका और भी महत्वपूर्ण होने की उम्मीद है क्योंकि भारत की अर्थव्यवस्था वैश्वीकरण की ओर बढ़ रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि पीढ़ी नया बदलाव लाने में मदद करेगा और व्यवसायों में संजीवनी शक्ति प्रदान करेगा। इस प्रकार, आईसीएसआई का कामकाज किसी भी कंपनी के लिए महत्वपूर्ण है, जो एक स्थायी और सफल भविष्य की दिशा में अग्रसर है।

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