1 अप्रैल से निष्क्रिय मोबाइल नंबरों से यूपीआई पेमेंट बंद

निष्क्रिय मोबाइल नंबरों का असर यूपीआई पेमेंट पर
भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है जिसके तहत, 1 अप्रैल 2024 से निष्क्रिय मोबाइल नंबरों पर यूपीआई (यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस) पेमेंट सेवा को रोक दिया जाएगा। इस कदम का उद्देश्य धोखाधड़ी और गलतफहमी को कम करना है, जो दिवालिया या निष्क्रिय नंबरों का उपयोग करते हुए होता है।
प्रभावित उपयोगकर्ता
जिन उपयोगकर्ताओं के मोबाइल नंबर 180 दिनों तक निष्क्रिय हैं, उन्हें यह समस्या आएगी। इसका मतलब है कि अगर आप अपने मोबाइल नंबर का उपयोग लंबे समय तक नहीं करते हैं, तो आप यूपीआई के माध्यम से पेमेंट नहीं कर पाएंगे। इसके लिए ग्राहकों को अपने मोबाइल नंबर को सक्रिय रखना आवश्यक होगा।
UPI की लोकप्रियता
भारत में यूपीआई की लोकप्रियता ने तेजी से बढ़ रही है। यह ऑनलाइन पेमेंट की एक सरल और सुरक्षित विधि है, जो कि लगभग सभी प्रकार की लेन-देन को आसान बनाती है। अधिकतर लोग इसे रोज़मर्रा के छोटे-बड़े लेन-देन के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं। ऐसे में, निष्क्रिय नंबरों पर यूपीआई पेमेंट को रोकने से लोगों को कुछ असुविधा हो सकती है।
परिवर्तन की आवश्यकता
विशेषज्ञों का मानना है कि इस कदम से धोखाधड़ी की घटनाओं में कमी आएगी और केवल सक्रिय मोबाइल नंबरों पर ही लेन-देन की अनुमति मिलेगी। इससे उपयोगकर्ताओं की जानकारी की सुरक्षा को बढ़ावा मिलेगा और यूपीआई प्रणाली की विश्वसनीयता में सुधार होगा। इसके अलावा, उपयोगकर्ताओं को जागरूक करने के लिए विभिन्न जागरूकता अभियानों की जरूरत होगी, ताकि लोग अपने नंबर को सक्रिय बनाए रखें।
निष्कर्ष
इस निर्णय के बाद, ग्राहकों को अपने मोबाइल नंबरों की स्थिति पर ध्यान देना आवश्यक होगा। यूपीआई पेमेंट की सुविधा को बनाए रखने के लिए, यह सुनिश्चित करना होगा कि उनका मोबाइल नंबर सक्रिय है। यह परिवर्तन पूरी तरह से सभी उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा और सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए किया गया है।