বুধবার, মার্চ 19

संकष्टी चतुर्थी:意义与庆祝仪式

0
2

संकष्टी चतुर्थी का महत्व

संकष्टी चतुर्थी हिंदू धर्म का एक प्रमुख त्योहार है, जिसे हर महीने की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है। यह दिन भगवान गणेश को समर्पित है, जिन्हें बुद्धि, समृद्धि और भाग्य के देवता माना जाता है। संकष्टी का अर्थ है ‘संकट से मुक्ति’, और इस दिन को भक्त गणेश की आराधना करके अपने सभी संकटों को दूर करने के लिए मनाते हैं।

त्योहार का उत्सव

संकष्टी चतुर्थी का पर्व लगभग हर महीने आता है, लेकिन वर्ष में दो विशेष संकष्टी चतुर्थी होती हैं – एक शुक्ल पक्ष में और एक कृष्ण पक्ष में। भक्त इस दिन उपवासी रहते हैं और गणेश चतुर्थी की पूजा करते हैं। पूजा के समय भक्त विशेष रूप से मोदक का भोग भगवान गणेश को अर्पित करते हैं, क्योंकि यह उनकी प्रिय मिठाई मानी जाती है।

सामाजिक और सांस्कृतिक महत्व

संकष्टी चतुर्थी केवल धार्मिक महत्व नहीं रखता, बल्कि यह हमारे समाज में एक सकारात्मकता और संपर्क का प्रतीक भी है। भक्त एक-दूसरे को संस्कार और अच्छे फल की कामना कर सुख-समृद्धि के लिए प्रार्थना करते हैं। इस दिन, लोग पारिवारिक और सामाजिक समारोहों का आयोजन करते हैं, जो पारिवारिक बंधनों को मजबूत बनाते हैं।

निष्कर्ष

संकष्टी चतुर्थी एक ऐसा पर्व है जो हमें संकटों से मुक्ति दिलाने की प्रेरणा देता है। यह पर्व न केवल धार्मिक आस्था को मजबूत करता है, बल्कि समाज में एकता और प्रेम का भाव भी बढ़ाता है। इसके महत्व को समझकर, हम न केवल अपनी व्यक्तिगत भलाई की कामना करते हैं, बल्कि दूसरों के लिए भी मंगलकामनाएँ करते हैं। आने वाले समय में, संकष्टी चतुर्थी का यह पर्व और भी अधिक सामाजिक संगठनों के माध्यम से मनाया जाएगा, जिससे इसका महत्व और बढ़ेगा।

Comments are closed.