বুধবার, এপ্রিল 16

नारायण मूर्ती: भारतीय आईटी के पायनियर

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नारायण मूर्ती का परिचय

नारायण मूर्ती, भारत के प्रमुख व्यवसायियों में से एक, उन लोगों में से हैं जिन्होंने देश के आईटी उद्योग को नई दिशा दी है। उनकी स्थापना की गई कंपनी, इंफोसिस, आज वैश्विक स्तर पर एक महत्वपूर्ण टेक्नोलॉजी सेवा प्रदाता के रूप में जानी जाती है। मूर्ती का जन्म 20 अगस्त 1946 को कर्नाटक में हुआ और उन्होंने अपनी शिक्षा भारतीय विज्ञान संस्थान, बैंगलोर से प्राप्त की।

इंफोसिस की स्थापना

1981 में मूर्ती ने छह अन्य सह संस्थापकों के साथ मिलकर इंफोसिस की स्थापना की। आज इंफोसिस के पास 240,000 से अधिक कर्मचारी हैं और यह 50 से अधिक देशों में काम करता है। मूर्ती ने कंपनी को बेहतर प्रबंधन प्रथाओं के लिए जाना जाता है और वह अपने कर्मचारियों के लिए कंपनी में सकारात्मक कार्य संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए सख्ती से प्रतिबद्ध रहे हैं।

सम्मान और पुरस्कार

नारायण मूर्ती को विभिन्न सम्मान और पुरस्कार मिले हैं, जो उनके योगदान को मान्यता देते हैं। इनमें से कुछ महत्वपूर्ण पुरस्कार हैं पद्म श्री (2000), व्यापार में उत्कृष्टता के लिए ग्लोबल एंटरप्रेन्योरशिप अवार्ड, और वे कई विश्वविद्यालयों द्वारा मानद डॉक्टरेट डिग्री प्राप्त कर चुके हैं।

समाज के लिए योगदान

मूर्ती केवल एक व्यवसायी ही नहीं, बल्कि समाज के प्रति अपने योगदानों के लिए भी जाने जाते हैं। उन्होंने शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में कई सामाजिक पहलों का समर्थन किया है और उन्हें सामाजिक उद्यमिता के प्रति उनके समर्पण के लिए सराहना की गई है।

निष्कर्ष

नारायण मूर्ती का जीवन और करियर आज के उद्यमियों के लिए एक प्रेरणा है। उनका दृष्टिकोण और नेतृत्व क्षमता यह दर्शाती है कि कैसे एक व्यक्ति व्यवसाय को न केवल आर्थिक दृष्टि से सफल बना सकता है, बल्कि समाज में भी सकारात्मक बदलाव ला सकता है।

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