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26 जनवरी गणतंत्र दिवस परेड: एक उत्सव की झलक

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प्रस्तावना

गणतंत्र दिवस, 26 जनवरी, भारत के लिए एक ऐतिहासिक और महत्वपूर्ण दिन है। इस दिन 1950 में भारतीय संविधान लागू हुआ, जिससे देश एक गणतंत्र बना। हर साल, यह दिन एक भव्य परेड के साथ मनाया जाता है, जो न केवल देश की विविधता और सांस्कृतिक धरोहर को प्रदर्शित करता है, बल्कि राष्ट्रीय एकता और गर्व का भी प्रतीक है। 2023 में गणतंत्र दिवस परेड विशेष रूप से ध्यान आकर्षित कर रहा है, क्योंकि यह भारतीय स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ के साथ मेल खाता है।

गणतंत्र दिवस परेड का कार्यक्रम

गणतंत्र दिवस परेड का उद्घाटन राजपथ पर होता है, जहां राष्ट्रपति और अन्य प्रमुख नेता उपस्थित होते हैं। इस वर्ष, परेड की शुरुआत 26 जनवरी, 2023 को सुबह 10:00 बजे से हुई। इसमें भारतीय सेना, नौसेना और वायुसेना की टुकड़ियों ने भाग लिया। इसके साथ ही, विभिन्न राज्यों की झांकियां भी प्रदर्शित की गईं, जो उन राज्यों की संस्कृति, परंपराओं और उपलब्धियों को दर्शाती हैं।

विशेष झांकियां और कार्यक्रम

इस वर्ष की परेड में विशेष झांकियों में कृषि, कला और पर्यावरण संरक्षण पर आधारित थे। विशेष रूप से, कश्मीर की झांकी ने ध्यान आकर्षित किया, जिसमें वहां के अद्वितीय वन्यजीवों और सांस्कृतिक धरोहर को दर्शाया गया। इसके अलावा, आत्मनिर्भर भारत अभियान के अंतर्गत अर्थव्यवस्था में सुधार के प्रयासों की भी झलक देखने को मिली।

गणतंत्र दिवस की महत्वता

गणतंत्र दिवस एक अवसर है जब देशवासी अपने लोकतंत्र और स्वतंत्रता का जश्न मनाते हैं। यह दिन हमें यह याद दिलाता है कि हम एक सशक्त, समृद्ध और विविधता में एकता रखने वाले राष्ट्र हैं। इस साल की परेड ने इस भावना को और अधिक मजबूती से स्थापित किया है।

निष्कर्ष

गणतंत्र दिवस परेड न केवल एक राष्ट्रीय उत्सव है, बल्कि यह देश की प्रगति और एकता का प्रतीक भी है। 26 जनवरी, 2023 की परेड ने हमें प्रेरित किया कि हम सभी मिलकर अपने देश के विकास में योगदान दें। जैसे-जैसे हम आगे बढ़ते हैं, यह परेड हमें याद दिलाती है कि एकता और सहिष्णुता में ही हमारी ताकत है। इस परेड के माध्यम से, उम्मीद की जाती है कि देशवासी अपने कर्तव्यों के प्रति और अधिक जागरूक होंगे।

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