अमावस्या कब है – जानें इसका महत्व और तिथियाँ

अमावस्या का महत्व
अमावस्या, चंद्र माह की अंतिम तिथि होती है जब चंद्रमा परिभाषित नहीं होता। यह तिथि हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखती है। इसे पूजा-पाठ, तीर्थ यात्रा, और पूर्वजों के प्रति श्रद्धांजलि देने के लिए जाना जाता है। अक्सर लोग इस दिन स्नान कर, दान-पुण्य करते हैं।
अमावस्या की तिथियाँ
2023 में, अमावस्या की प्रमुख तिथियाँ निम्नलिखित हैं:
- 26 अक्टूबर 2023 को कार्तिक अमावस्या
- 23 नवंबर 2023 को मार्गशीर्ष अमावस्या
- 23 दिसंबर 2023 को पौष अमावस्या
हर माह की अमावस्या का एक विशिष्ट धार्मिक और सांस्कृतिक संदर्भ होता है। खासकर कार्तिक अमावस्या को दीवाली के पर्व के साथ मनाया जाता है, जो कि शुभ अवसर मना लगता है।
अमावस्या का धार्मिक संदर्भ
हिंदू धार्मिक शास्त्रों में कहा गया है कि अमावस्या के दिन श्रद्धालु अपने पूर्वजों को याद करें और उन्हें तिल (तिल के बीज) का दान करें। यह दिन विशेष रूप से पितृ ऋतु के लिए महत्वपूर्ण है जब लोग अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए पूजा अर्चना करते हैं।
निष्कर्ष
अमावस्या न केवल एक खगोलीय घटना है, बल्कि यह हिंदू धर्म में आत्मीयता और श्रद्धा का प्रतीक भी है। यह मौकों के आने की सूचक होती है, जब लोग एकत्र होते हैं, अपने पूर्वजों का सम्मान करते हैं, और अपने जीवन में सकारात्मकता लाने का प्रयास करते हैं। अमावस्या की तिथियाँ भले ही बदलती रहें, इसका महत्व सदैव बना रहेगा।









