বুধবার, নভেম্বর 5

चठ्ठ गीत: छठ पूजा में संगीत की महत्ता

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चठ्ठ पूजा: एक महत्वपूर्ण त्योहार

भारत में छठ पूजा, विशेष रूप से बिहार और उत्तर प्रदेश में, अति महत्वपूर्ण त्योहार है। यह पर्व सूर्य देवता और छठ माई को समर्पित है और श्रदालु इसे भक्ति भाव से मनाते हैं। इस पूजा के दौरान विशेष गीत, जिन्हें चठ्ठ गीत कहा जाता है, गाए जाते हैं। ये गीत न केवल श्रद्धा का प्रतीक होते हैं, बल्कि श्रद्धालुओं की सांस्कृतिक धरोहर को भी संजोते हैं।

चठ्ठ गीतों का महत्व

चठ्ठ गीतों का धार्मिक एवं सांस्कृतिक महत्व दोनों हैं। यह गीत श्रद्धालुओं को अपने विश्वास को और मजबूत करते हैं और पूजा के दौरान एक पवित्र वातावरण बनाने में मदद करते हैं। इन गीतों में सूर्य देवता की महिमा का गुणगान होता है और यह समाज में भाईचारे और एकता का संदेश भी देते हैं।

चठ्ठ गीतों के प्रकार

चठ्ठ गीतों में ‘उगी हे सूरज’ और ‘गंगा तट पर’ जैसे लोकप्रिय गीत शामिल हैं। ये गीत खासकर सुबह और शाम के वक्त गाए जाते हैं जब श्रद्धालु अपने पूजा विधियों को पूरा करते हैं। गीतों का बोल, संगीत और भक्तिभाव श्रद्धालुओं को एकजुट कर देता है।

आधुनिक समय में चठ्ठ गीत

हाल के वर्षों में चठ्ठ गीतों ने डिजिटल प्लेटफार्मों पर भी जगह बनाई है। सोशल मीडिया पर नये गीतों और उनके नए वर्जन ने युवा पीढ़ी में इन्हें लोकप्रिय बनाया है। यूट्यूब और अन्य संगीत वेबसाइटों पर चठ्ठ गीतों के कई नए वर्जन उपलब्ध हैं जो इसे और भी आकर्षक बनाते हैं।

निष्कर्ष

चठ्ठ गीत छठ पूजा का अभिन्न हिस्सा हैं। यह न केवल धार्मिक महत्व रखते हैं, बल्कि भारतीय संस्कृति का एक अद्भुत उदाहरण भी पेश करते हैं। चठ्ठ गीतों के बिना छठ पूजा अधूरी मानी जाती है। श्रद्धालुओं को इस पर्व पर अपने परंपराओं और गीतों को सहेजना चाहिए, ताकि यह अमूल्य धरोहर आगे की पीढ़ियों तक पहुंच सके।

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