বুধবার, সেপ্টেম্বর 24

स्वच्छता ही सेवा: भारत की स्वच्छता मुहिम

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स्वच्छता ही सेवा का महत्व

स्वच्छता ही सेवा एक महत्वपूर्ण अभियान है जो भारत सरकार द्वारा चलाया जाता है। इसका उद्देश्य लोगों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ाना और साफ-सफाई के महत्व को बढ़ावा देना है। इस अभियान की शुरुआत 2017 में की गई थी, और यह हर साल 15 सितंबर से 2 अक्टूबर तक मनाया जाता है। यह महात्मा गांधी की जयंती के अवसर पर आयोजित किया जाता है, जो साफ सफाई और स्वच्छता के प्रति उनके समर्पण का प्रतीक है।

अभियान की गतिविधियाँ

स्वच्छता ही सेवा अभियान के अंतर्गत विभिन्न गतिविधियाँ आयोजित की जाती हैं, जैसे स्थानों की सफाई, जागरूकता अभियानों का संचालन, और स्कूलों और कॉलेजों में स्वच्छता पर कार्यशालाएं। इस वर्ष, कई राज्यों में सरकारी और गैर-सरकारी संगठनों ने मिलकर बड़े पैमाने पर स्वच्छता कार्यक्रम आयोजित किए। नगर निगमों ने स्थानीय समुदायों को शामिल करते हुए सफाई अभियानों का आयोजन किया।

प्रभाव और सफलता

इस अभियान के तहत भारत में ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में स्वच्छता का स्तर बढ़ा है। इसके चलते, स्वच्छता की आदतों में सुधार हुआ है और लोग अब अपनी जिम्मेदारियों को अधिक गंभीरता से लेते हैं। हाल ही में, एक सर्वेक्षण के अनुसार, 70% से अधिक समुदायों ने अभियान में भाग लिया और सफाई कार्यों में योगदान दिया।

निष्कर्ष

स्वच्छता ही सेवा केवल एक अभियान नहीं है; यह एक विचारधारा है जो हमें अपने आसपास के वातावरण की देखभाल करने की प्रेरणा देती है। हमें मिलकर इस मुहिम को आगे बढ़ाना है और स्वच्छता को अपनी दैनिक जीवन का हिस्सा बनाना है। यदि हम सभी ने थोड़ा प्रयास किया, तो हम अपने देश को स्वच्छ और सुंदर बना सकते हैं। आने वाले समय में, इस दिशा में निरंतर प्रयास करने का महत्व और भी बढ़ेगा।

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