रांची विश्वविद्यालय: शैक्षणिक उत्कृष्टता और नवीन पहल के साथ भविष्य की ओर

परिचय
रांची विश्वविद्यालय, जो 12 जुलाई 1960 को स्थापित किया गया था, अब 36 स्नातकोत्तर विभागों, 19 घटक कॉलेजों और 47 संबद्ध कॉलेजों के साथ लगभग 160,000 छात्रों को शिक्षा प्रदान कर रहा है।
वर्तमान विकास और पहल
विश्वविद्यालय ने हाल ही में कानूनी अध्ययन और विदेशी भाषाओं के लिए नए केंद्रों की स्थापना की है, साथ ही फिल्म-निर्माण, चिकित्सा विज्ञान और विमानन से संबंधित क्षेत्रों में नए कार्यक्रम शुरू करने की योजना है।
प्रवेश के लिए छात्रों को कक्षा 12 में न्यूनतम 45% से 50% अंक प्राप्त करने होंगे, और CUET, JEE Main या अन्य समकक्ष परीक्षाओं में वैध स्कोर होना आवश्यक है।
शैक्षणिक उत्कृष्टता
विश्वविद्यालय की उपलब्धियों को विभिन्न मान्यताओं के माध्यम से स्वीकार किया गया है। इसके तीन कॉलेजों को UGC ढांचे के तहत ‘उत्कृष्टता की संभावना वाले कॉलेजों’ का दर्जा प्राप्त हुआ है, और कई अन्य को NAAC से अच्छी रेटिंग मिली है। इसके स्नातकोत्तर विभागों ने UGC और CSIR जैसी संस्थाओं से प्रतिष्ठित शोध परियोजनाएं प्राप्त की हैं।
समाज में योगदान और भविष्य की दृष्टि
विश्वविद्यालय का योग केंद्र भारत सरकार की स्वास्थ्य पहलों के साथ जुड़ा हुआ है, और ‘रेडियो खांची’ समुदाय के साथ जुड़ाव का एक उदाहरण है। विश्वविद्यालय के NSS और NCC यूनिट सामाजिक उत्तरदायित्व में योगदान करते हैं, और इसके छात्रों ने विशेष रूप से तीरंदाजी और हॉकी में खेलों में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त की है।
रांची विश्वविद्यालय का छह दशकों का विकास एक मामूली संस्थान से उच्च शिक्षा के एक प्रमुख केंद्र में परिवर्तन को दर्शाता है। इसके पूर्व छात्र, जो दुनिया भर में फैले हुए हैं, इसकी शैक्षणिक उत्कृष्टता और राष्ट्र निर्माण के प्रति समर्पण की विरासत को बनाए रखे हुए हैं।