শনিবার, জুন 7

5 जून: ऐतिहासिक महत्व और उत्सवों की चर्चा

0
3

5 जून का महत्व

5 जून की तारीख हर साल कई महत्वपूर्ण घटनाओं और उत्सवों के लिए जानी जाती है। इसका मुख्य महत्व ‘विश्व पर्यावरण दिवस’ के रूप में है, जो प्रत्येक वर्ष पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए मनाया जाता है। यह दिन हमें याद दिलाता है कि हमें अपने पर्यावरण की रक्षा करने की आवश्यकता है और हमें इसके प्रति अपने कर्तव्यों का पालन करना चाहिए।

इतिहास में 5 जून

5 जून, 1972 को स्टॉकहोम में पहला विश्व पर्यावरण सम्मेलन आयोजित किया गया था, जिसमें लगभग 113 देशों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया था। यह सम्मेलन वैश्विक पर्यावरण संकटों को हल करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम था। इस दिन की स्थापना के बाद, हर साल इस दिन को मनाने का निर्णय लिया गया था। इसके बाद एक संकल्प लिया गया कि विश्व पर्यावरण दिवस की शुरुआत 5 जून को होगी।

वर्तमान में पर्यावरण दिवस का महत्व

वर्तमान समय में, विश्व पर्यावरण दिवस की importance अधिक हो गई है। जलवायु परिवर्तन, कीटाणुओं का बढ़ता प्रकोप और प्राकृतिक संसाधनों का अत्यधिक दोहन जैसे मुद्दों के कारण हमें अब और सक्रिय होने की आवश्यकता है। प्रत्येक वर्ष इस दिन एक विशेष विषय होता है। 2023 में, विषय है ‘पेड़ लगाओ, अपना भविष्य बचाओ’। यही कारण है कि विभिन्न संगठन और संस्थाएँ इस दिन विशेष आयोजन करती हैं, जैसे वृक्षारोपण, सफाई अभियान, और पर्यावरण शिक्षा के कार्यक्रम।

निष्कर्ष

5 जून केवल एक तिथि नहीं है; यह एक जागरूकता का प्रतीक है। ठोस कदम उठाना आवश्यक है ताकि आने वाली पीढ़ियों के लिए पर्यावरण सुरक्षित रहे। आज का युवा वर्ग ज़िम्मेदारी से अपने पर्यावरण की रक्षा करने के लिए आगे आ रहा है, और यह बदलाव सच में आवश्यक है। हमें इस दिन को एक अवसर के रूप में देखना चाहिए कि हम अपने पर्यावरण के प्रति अपनी ज़िम्मेदारी को पहचानें और एक स्वस्थ दुनिया की दिशा में कदम बढ़ाएँ।

Comments are closed.