শুক্রবার, মে 23

हनुमान: भक्ति और साहस का प्रतीक

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हनुमान का महत्व

हनुमान, भारतीय पौराणिक कथाओं के एक प्रमुख पात्र हैं, जिन्हें भगवान राम का भक्त माना जाता है। उनकी कथा का मुख्य आधार रामायण है, जिसमें हनुमान ने राम की सहायता करके सीता को रावण से मुक्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। हनुमान का चरित्र शक्ति, साहस और भक्ति का प्रतीक माना जाता है, जो आज भी भक्तों के लिए प्रेरणा का स्रोत है।

हनुमान की पूजा और उत्सव

भारत में हर मंगलवार और शनिवार कोह हनुमान की विशेष पूजा की जाती है। भक्त उन्हें “हनुमान चालीसा” और “रामायण” के पठन द्वारा स्मरण करते हैं। इसके अतिरिक्त, हनुमान जयंती, जो हर साल चैत मास की पूर्णिमा को मनाई जाती है, भक्तों द्वारा धूमधाम से सेलिब्रेट की जाती है। इस अवसर पर मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना तथा भंडारे का आयोजन होता है।

समाज में हनुमान का प्रभाव

हनुमान की छवि ने भारतीय समाज पर गहरा प्रभाव डाला है। उनका नाम लेना भी साहस और बलिदान की पहचान माना जाता है। कई लोग अपनी कठिनाइयों में उनका स्मरण करते हैं, मानते हैं कि हनुमान सहायता करेंगे। इसके अलावा, हनुमान की शक्तियों का उल्लेख कई लोककथाओं और नृत्य नाटकों में भी मिलता है, जो उनकी लोकप्रियता को दर्शाता है।

निष्कर्ष

हनुमान की कथा केवल पुरानी पौराणिक कहानियों तक सीमित नहीं है, बल्कि आज भी उनकी शिक्षाएं और आदर्श लोगों को प्रेरित करते हैं। हनुमान जी की भक्ति और साहस का संदेश आज की चुनौतियों में भी प्रासंगिक है। भविष्य में भी, हनुमान का चरित्र भारतीय संस्कृति में एक महत्वपूर्ण स्थान बनाए रखेगा, जो न केवल धार्मिकता का बल्कि मानवता का भी प्रतीक है।

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