सुकन्या समृद्धि खाता: बेटियों के भविष्य के लिए एक मजबूत योजना

सुकन्या समृद्धि खाता क्या है?
सुकन्या समृद्धि खाता (SSY) भारत सरकार की एक विशेष बचत योजना है, जिसे बेटियों के भविष्य को सुरक्षित और सशक्त बनाने के लिए शुरू किया गया है। यह योजना ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान का हिस्सा है, और इसका उद्देश्य लड़कियों के लिए शिक्षा और विवाह हेतु वित्तीय सहायता प्रदान करना है।
महत्व और लाभ
सुकन्या समृद्धि खाता खोलने से माता-पिता को कई लाभ मिलते हैं। सबसे पहले, यह योजना उच्च ब्याज दर प्रदान करती है, जो वर्तमान में 7.6% (जनवरी 2023 तक) है। इसके अलावा, इसमें दी गई राशि आयकर धारा 80C के तहत कर छूट का भी लाभ देती है। योजना के अंतर्गत, माता-पिता किसी भी सरकारी या निजी बैंक में खाता खोल सकते हैं, और इसमें केवल एक बच्ची के लिए एक ही खाता खोला जा सकता है।
खाते की विशेषताएँ
1. खाता खोलने के लिए बच्ची की उम्र 0 से 10 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
2. न्यूनतम 250 रुपये और अधिकतम 1.5 लाख रुपये प्रति वर्ष जमा किए जा सकते हैं।
3. खाता 21 वर्ष की आयु तक चलाया जा सकता है, और 18 वर्ष की उम्र पर नाबालिग का शादी समारोह आयोजित होने पर भी निकासी की अनुमति होती है।
4. इस खाते से प्राप्त ब्याज और निकासी पूरी तरह से कर मुक्त है।
कैसे खोलें सुकन्या समृद्धि खाता?
सुकन्या समृद्धि खाता खोलने के लिए आवश्यक दस्तावेजों में जन्म प्रमाण पत्र, माता-पिता की पहचान पत्र, और निवास प्रमाण शामिल हैं। माता-पिता या कानूनी अभिभावक को बैंक में जाकर आवश्यक फॉर्म भरकर और दस्तावेज जमा करके खाता खोलना होता है। यह प्रक्रिया सरल और तेज है।
निष्कर्ष
सुकन्या समृद्धि खाता न केवल बेटियों के भविष्य को सुरक्षित बनाने में मदद करता है, बल्कि यह एक लंबे समय तक निवेश करने का एक शानदार साधन भी है। समय के साथ, यह योजना समय पर अच्छी वित्तीय परिणाम देने का वादा करती है। विशेषकर आर्थिक चुनौतियों के इस दौर में, माता-पिता के लिए यह एक महत्वपूर्ण टूल साबित हो सकता है, जिससे वे अपनी बच्चियों के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे सकें।









