श्रावण 2025: धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व

श्रावण मास का महत्व
श्रावण मास, जिसे भारतीय पंचांग में ‘सावन’ के नाम से भी जाना जाता है, एक पवित्र महीना है। यह महीना विशेष रूप से हिंदू धर्म में महत्वपूर्ण है और इसे भगवान शिव की पूजा के लिए समर्पित किया गया है। श्रावण 2025 का प्रारंभ 17 जुलाई 2025 को होगा और यह 15 अगस्त 2025 तक चलेगा। इस दौरान श्रावण सोमवार और रक्षाबंधन जैसे विशेष दिन आएंगे।
श्रावण में मनाए जाने वाले प्रमुख त्योहार
श्रावण में शिवरात्रि, व्रत, और पूजा का आयोजन बड़े धूमधाम से किया जाता है। इस मास में भक्तजन विशेष रूप से जलाभिषेक करते हैं और भगवान शिव से आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए कठिन व्रत रखते हैं। श्रावण के हर सोमवार का विशेष महत्त्व है, जब श्रद्धालु शिवलिंग पर दूध और जल अर्पित कर उन्हें प्रसन्न करते हैं।
श्रावण 2025 की प्रमुख तिथियाँ
श्रावण 2025 में कुछ महत्वपूर्ण तिथियाँ निम्नलिखित हैं:
- श्रावण का पहला सोमवार: 21 जुलाई 2025
- महाशिवरात्रि: 29 जुलाई 2025
- रक्षाबंधन: 15 अगस्त 2025
परंपराएँ और रिवाज़
श्रावण मास में विभिन्न परंपराएँ भी निभाई जाती हैं। विशेष रूप से, महिलाएँ इस दौरान खुद के और अपने परिवार के कल्याण के लिए व्रत रखती हैं। इसके साथ ही, शिव भक्त कांवड़ यात्रा का आयोजन करते हैं, जिसमें भक्त गंगा या अन्य पवित्र जल स्रोतों से जल लाकर शिवलिंग का अभिषेक करते हैं।
निष्कर्ष
श्रावण 2025 धार्मिक उत्सवों और आस्था का महीना है। इस महीने न केवल भक्तगण भगवान शिव की उपासना करते हैं, बल्कि अपने परिवार और समाज में शांति तथा सद्भाव भी बढ़ाते हैं। यह पर्व हमें एकता और समर्पण का पाठ पढ़ाता है, और यह सभी के लिए सकारात्मक अनुभव लाने का एक अवसर है।