विजय रुपानी: गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री और उनकी राजनीति

विजय रुपानी का परिचय
विजय रुपानी भारतीय राजनीति में एक प्रमुख नाम हैं, जो 2016 से 2021 तक गुजरात के मुख्यमंत्री रहे। भाजपा के सदस्य रुपानी ने अपने प्रशासनिक कौशल और राजनीतिक दृष्टिकोण से राज्य में व्यापक बदलाव लाने की कोशिश की।
राजनीतिक करियर
रुपानी का राजनीतिक करियर 1980 के दशक में शुरू हुआ, जब उन्होंने भाजपा की युवा शाखा में काम करना शुरू किया। विभिन्न स्तरों पर सेवा करने के बाद, उन्हें 2016 में गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में नियुक्त किया गया। उनका कार्यकाल महत्वपूर्ण विकास और विवादों से भरा रहा।
मुख्यमंत्री के रूप में उपलब्धियां
मुख्यमंत्री रहते हुए, विजय रुपानी ने कई योजनाओं और परियोजनाओं का शुभारंभ किया। इनमें से एक है “सुरक्षित मातृत्व योजना” जो गर्भवती महिलाओं को स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान करती है। इसके अलावा, उन्होंने स्वरोजगार और कौशल विकास के लिए कई योजनाएँ लागू कीं।
चुनौतियाँ और विवाद
हालांकि, उनका कार्यकाल विवादों से भी अछूता नहीं रहा। 2020 में, राज्य में आई बाढ़ और कोविड-19 महामारी के दौरान प्रशासन की नौकरी को लेकर उनकी आलोचना हुई। भाजपा में आंतरिक गतिरोध और चुनावी परिणामों ने भी उनकी स्थिति को कमजोर कर दिया।
निष्कर्ष
विजय रुपानी का राजनीतिक सफर कई उतार-चढ़ाव से भरा हुआ है। उनकी नेतृत्व क्षमता और जनता के प्रति उनकी प्रतिबद्धता चर्चा का विषय रही है। गुजरात में उनके कार्यकाल के आंकलन से यह स्पष्ट होता है कि उन्होंने कई सकारात्मक पहलुओं पर ध्यान केंद्रित किया, लेकिन साथ ही कुछ चुनौतियाँ भी उनके सामने आईं। भविष्य में उनका राजनीतिक प्रभाव और भाजपा के भीतर उनकी भूमिका को लेकर कई अटकलें लगाई जा रही हैं।