মঙ্গলবার, এপ্রিল 8

राम आरती: एक धार्मिक अनुभूति का अद्भुत अनुभव

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राम आरती का महत्व

राम आरती, भगवान राम के प्रति समर्पित एक धार्मिक प्रथा है जो हिन्दू धर्म में व्यापक रूप से मनाई जाती है। यह पूजा विशेष रूप से राम नवमी और अन्य धार्मिक अवसरों पर आयोजित की जाती है। आरती एक प्रकार की स्तुति है, जिसमें भक्त भगवान की महिमा का गुणगान करते हैं और दीप जलाते हैं। यह प्रथा न केवल श्रद्धा का प्रतीक है, बल्कि यह एकजुटता और सामूहिक भक्ति को भी बढ़ावा देती है।

राम आरती के विधान

इस आरती में भक्त सामान्यतः एक दीपक या अगरबत्ती जलाते हैं और संगी-साथियों के साथ मिलकर भक्ति गीत गाते हैं। यह गीत भगवान राम की महिमा को दर्शाते हैं और भक्तों को अनुग्रह प्राप्ति के लिए प्रेरित करते हैं। राम आरती के दौरान श्रद्धालु सामूहिक रूप से आरती का चक्र घुमाते हैं, जिसमें विश्वास एवं समर्पण का भाव होता है। जोड़ने का यह भाव सभी को एकलता में बांधता है।

समाज में राम आरती का प्रभाव

राम आरती एक प्रति-प्रचलित धार्मिक क्रिया है जो न केवल व्यक्तिगत भक्ति को सशक्त बनाती है, बल्कि समाज में सहयोग और संयोंजन की भावना भी विकसित करती है। हर साल, लाखों भक्त विभिन्न मंदिरों में एकत्रित होते हैं और सामूहिक आरती का आयोजन करते हैं। यह न केवल आध्यात्मिक अनुभव को बढ़ाता है, बल्कि संस्कृति और परंपरा के संरक्षण में भी सहायता करता है।

निष्कर्ष

राम आरती न केवल श्रद्धा का प्रतीक है बल्कि यह सामाजिक एकता और सामाग्री में भी योगदान देती है। आने वाले समय में, राम आरती का महत्व और भी बढ़ेगा क्योंकि लोग अपनी धार्मिक जड़ों में वापस लौटने की कोशिश कर रहे हैं। इस प्रकार, राम आरती भारत की संस्कृति और हिन्दू धर्म की एक अभिन्न हिस्सा बनकर स्थायी रहेगी।

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