বৃহস্পতিবার, জুলাই 10

राफेल ओब्राडोर: मैक्सिको के राष्ट्रपति का कार्यकाल और नीतियाँ

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राफेल ओब्राडोर का परिचय

राफेल ओब्राडोर, जिन्हें आमतौर पर एएमएलओ के नाम से जाना जाता है, मैक्सिको के 58वें राष्ट्रपति हैं। उन्होंने 1 दिसंबर 2018 को पद ग्रहण किया और उनकी प्रशासनिक नीतियाँ तेजी से चर्चा का विषय बनी हैं। ओब्राडोर का राष्ट्रपति बनने से पहले का राजनीतिक करियर और उनकी नीतियाँ देश के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण रही हैं, विशेषकर जब से वे न्याय और आर्थिक समानता की ओर अपने दृष्टिकोण को प्रस्तुत कर रहे हैं।

नीतियाँ और प्राथमिकताएँ

ओब्राडोर की प्राथमिकताओं में सामाजिक कल्याण के कार्यक्रम, सुरक्षा सुधार और भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़े कदम उठाना शामिल हैं। उन्होंने ‘मिश्रण लेख’ कार्यक्रम के माध्यम से गरीबों और वंचित समुदायों के लिए वित्तीय सहायता बढ़ाने की योजना बनाई है। इसके अलावा, उन्होंने मेक्सिको के सुरक्षा बलों की सैन्यीकरण पर भी ध्यान केंद्रित किया है, जिससे आतंकवाद और मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ संघर्ष में सहायता मिलेगी।

आर्थिकी में सुधार

मैक्सिको की अर्थव्यवस्था को स्थिर करने के लिए ओब्राडोर ने विकास की दिशा में कई पहल की हैं। उन्होंने न्यूनतम मजदूरी बढ़ाई है और छोटे व्यवसायों को बढ़ावा देने के लिए कार्यक्रमों की शुरुआत की है। इसके अतिरिक्त, उन्होंने इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं पर फोकस किया है, जैसे कि तथाकथित ‘माया रेलवे’ जो पर्यटन और व्यापार को एक नई दिशा देने का वादा करता है।

अंतरराष्ट्रीय संबंध

ओब्राडोर ने अमेरिका के साथ मैक्सिको के संबंधों को मजबूत करने का प्रयास किया है। हाल ही में, वे सभी प्रमुख अमेरिकी नेताओं के साथ व्यापार और आव्रजन नीति पर बातचीत कर रहे हैं। हालांकि, उनके कार्यों की आलोचना भी हुई है खासकर अमेरिका के साथ नशीली दवाओं के व्यापार को लेकर।

निष्कर्ष

राफेल ओब्राडोर का कार्यकाल उन चुनौतियों से भरा है जो मैक्सिको को आर्थिक और सामाजिक विकास में आगे बढ़ने से रोकती हैं। उनका दृष्टिकोण देश के लिए विभिन्न अवसर लाने की संभावना रखता है, लेकिन इसके साथ ही, उन्हें विरोधों और आलोचनाओं का सामना भी करना पड़ रहा है। आने वाले महीनों में उनकी नीतियों और निर्णयों का प्रभाव देखने के लिए महत्वपूर्ण होगा।

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