रवि किशन: बॉलीवुड से भोजपुरी तक का सफर

प्रस्तावना
रवि किशन भारतीय फिल्म इंडस्ट्री के एक प्रसिद्ध अभिनेता, निर्माता और टेलीविजन व्यक्तित्व हैं। उनकी पहचान मुख्यतः भोजपुरी सिनेमा में रही है, लेकिन वे हिंदी फिल्मों में भी प्रमुखता से काम कर चुके हैं। उनके करियर की विविधता और अदाकारी ने उन्हें लाखों प्रशंसकों का दिल जीतने में मदद की है। इस लेख में, हम रवि किशन के करियर, उनके योगदान और फिल्म इंडस्ट्री में उनकी भूमिका पर चर्चा करेंगे।
करियर की शुरुआत
रवि किशन का जन्म 17 जुलाई 1969 को उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले में हुआ था। उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री में अपने करियर की शुरुआत 1992 में की थी। पहली फिल्म ‘सोहराब’ के बाद, उन्होंने कई हिट फिल्मों में काम किया। हालांकि, उनकी असली पहचान भोजपुरी सिनेमा में बनी, जहाँ उन्होंने ‘सास बहू और सेंसेक्स’, ‘बिहार’, ‘कुली नंबर 1’ जैसी सफल फिल्मों में अभिनय किया।
हिंदी सिनेमा में योगदान
रवि किशन ने हिंदी सिनेमा में भी अपनी पहचान बनाई है। उन्होंने ‘ओमकारा’, ‘सत्या’, और ‘क्योंकि’, जैसी फिल्में की हैं, जो उन्हें एक बहुआयामी अभिनेता बनाती हैं। इसके साथ ही, वे कई रियलिटी शो में भी भाग ले चुके हैं, जिसमें ‘बिग बॉस’ शामिल है, जिसने उन्हें घर-घर में लोकप्रियता दिलाई।
राजनीतिक करियर
रवि किशन ने अपने फिल्मी करियर के साथ-साथ राजनीति में भी कदम रखा। 2019 में, उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होकर उत्तर प्रदेश के गोरखपुर से सांसद का चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। उनके राजनीतिक यात्रा ने उन्हें एक नए तरीके से जनता के सामने पेश किया है।
निष्कर्ष
रवि किशन की कहानी यह दर्शाती है कि कैसे विविधता और समर्पण किसी भी व्यक्ति को सफलता के शिखर तक ले जा सकते हैं। भोजपुरी सिनेमा से लेकर हिंदी फिल्म इंडस्ट्री और फिर राजनीति तक, उन्होंने हर क्षेत्र में अपने टैलेंट और मेहनत का लोहा मनवाया है। उनका काम आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत साबित हो सकता है। भविष्य में, रवि किशन के काम और प्रभाव का विस्तार और भी होगा, और वे भारतीय सिनेमा और राजनीति में अपनी छाप छोड़ते रहेंगे।