योगिनी एकादशी 2025: तिथि, महत्व और पूजा विधि

योगिनी एकादशी का महत्व
योगिनी एकादशी का त्यौहार हिन्दू धर्म में विशेष महत्व रखता है। इसे आषाढ़ मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी के दिन मनाया जाता है। इस दिन भगवान विष्णु की विशेष पूजा की जाती है। जुड़वां आत्मा की पूजा के साथ-साथ भक्त इस दिन उपवास रखते हैं, जिसके पीछे धार्मिक मान्यता है कि इस दिन उपवास रखने से आने वाली समस्याओं का समाधान होता है।
योगिनी एकादशी 2025 की तिथि
योगिनी एकादशी 2025 में 18 अगस्त को मनाई जाएगी। हिन्दू पंचांग के अनुसार यह तिथि प्रत्येक वर्ष दिन के अनुसार घटती-बढ़ती है। इस दिन कई भक्त उपवास रखकर भगवान विष्णु की आराधना करते हैं।
पूजा विधि
योगिनी एकादशी की पूजा विधि भी बहुत महत्वपूर्ण है। भक्त इस दिन सुबह स्नान कर अपने पवित्रता को बनाए रखते हुए लक्ष्मी नारायण की पूजा करते हैं। इसके साथ ही इस दिन विशेष रूप से व्रति और व्रति करने वालों के प्रति श्रद्धा भी अर्पित की जाती है।
उपसंहार
योगिनी एकादशी न केवल धार्मिक महत्व रखती है बल्कि यह व्यक्तिगत विकास और जीवन में सकारात्मकता लाने का भी एक साधन है। आगामी योगिनी एकादशी 2025 के उत्सव की तैयारी समय से करें, ताकि श्रद्धा और भक्ति के साथ इस दिन को मनाया जा सके। भक्तों के लिए यह दिन एक नई ऊर्जा और प्रेरणा का स्रोत होगा।