রবিবার, জুলাই 13

यूनेस्को: संस्कृति और शिक्षा का संरक्षक

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यूनेस्को का परिचय

संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) की स्थापना 1945 में हुई थी। इसका मुख्य उद्देश्य वैश्विक स्तर पर शिक्षा, विज्ञान, संस्कृति और संचार के क्षेत्र में सहयोग को बढ़ावा देना है। यूनेस्को का ध्यान प्रमुख रूप से विश्व धरोहर स्थलों, सांस्कृतिक कार्यक्रमों और शिक्षा की गुणवत्ता जैसी चीजों पर है।

यूनेस्को की गतिविधियाँ

यूनेस्को विश्व धरोहर स्थलों के संरक्षण हेतु पहल करता है, जिसमें ऐतिहासिक और सांस्कृतिक स्थानों की सुरक्षा शामिल है। वर्तमान में, लगभग 1,154 स्थल यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल हैं, जिनमें से भारत में 40 स्थल हैं, जैसे ताज महल और काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान। इसके अतिरिक्त, यूनेस्को हर साल ‘विश्व शिक्षक दिवस’ जैसे कार्यक्रमों का आयोजन करता है, जिससे शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार और शिक्षकों के प्रति सम्मान की भावना को बढ़ावा दिया जा सके।

हाल के विकास

हाल ही में, यूनेस्को ने कोविड-19 महामारी के बाद शिक्षा के क्षेत्र में सुधार के लिए एक नई पहल की घोषणा की है। इस योजना का उद्देश्य डिजिटल शिक्षा को मजबूती प्रदान करना है ताकि वैश्विक स्तर पर सभी छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त हो सके। इसके तहत, विभिन्न देश डिजिटल शिक्षा माध्यमों को अपनाने के लिए संसाधनों और प्रौद्योगिकी का उपयोग कर रहे हैं।

निष्कर्ष

यूनेस्को की भूमिका एक ऐसी वैश्विक संस्था के रूप में बहुत महत्वपूर्ण है जो न केवल सांस्कृतिक धरोहरों के संरक्षण में मदद कर रहा है बल्कि शिक्षा के क्षेत्र में भी सकारात्मक परिवर्तन ला रहा है। भविष्य की चुनौतियों के खिलाफ, यूनेस्को के प्रयास दुनिया भर में एकीकृत प्रयासों को दिशा देने के लिए महत्वपूर्ण हैं, जिससे आने वाली पीढ़ियाँ समृद्ध और ज्ञान आधारित समाज में जी सकें।

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