भूटान: सांस्कृतिक और पर्यावरणीय महत्व

परिचय
भूटान, हिमालय के गोद में बसा एक छोटा देश है, जो अपने अद्वितीय सांस्कृतिक धरोहर, प्राकृतिक सुंदरता और खुशहाली की नीति के लिए प्रसिद्ध है। भूटान ने हमेशा से अपनी पारंपरिक संस्कृति और पर्यावरण की सुरक्षा को प्राथमिकता दी है, साथ ही साथ वे विकास के नए आयामों की भी खोज कर रहे हैं। हाल के घटनाक्रमों ने भूटान को वैश्विक मंच पर और भी महत्वपूर्ण बना दिया है।
भूटान का विकास और पर्यावरण नीति
भूटान सरकार ने अपने विकास मोड में “सकारात्मक विकास” को अपनाया है, जिसमें राष्ट्रीय खुशियों के स्तर को महत्वपूर्ण माना जाता है। भूटान ने ग्रीनहाउस गैसों का न्यूनतम उत्सर्जन करने का संकल्प लिया है और इसे ‘ग्रीन भूटान’ पहल के तहत लागू किया जा रहा है। इस देश की अधिकांश भूमि हरी वनस्पति से ढकी हुई है, जिससे पर्यावरण संरक्षण की दिशा में उन्नति हो रही है।
हाल के घटनाक्रम
अप्रैल 2023 में, भूटान ने अपनी जीडीपी वृद्धि और मुद्रा दर सुधार के लिए कई नए आर्थिक उपायों की घोषणा की। इसके अंतर्गत पर्यटन को फिर से बढ़ावा देने के लिए अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की संख्या में इजाफा किया गया है। भूटान ने कोविड-19 महामारी के बाद अब अपने सीमाओं को धीरे-धीरे खोलना शुरू किया है, जिससे विदेशी पर्यटकों की उपस्थिति बढ़ सके।
निष्कर्ष
भूटान की समाज और सांस्कृतिक धरोहर में एक विशेष प्रकार की समर्पणता है, जो पर्यावरण और विकास के बीच संतुलन बनाए रखने की कोशिश करती है। आने वाले वर्षों में, भूटान अपने अद्वितीय विकास मॉडल और पारिस्थितिकीय संरक्षण की पहल को लेकर विश्व समुदाय में एक मिसाल कायम कर सकता है। इसके साथ ही, भूटान की लोकप्रियता और इसकी आर्थिक स्थिति में सुधार के साथ, यह निश्चित रूप से एक सांस्कृतिक और पारिस्थितिकीय संपन्न देश बनेगा।