শুক্রবার, জুন 20

भारत के राष्ट्रपति: भूमिका और जिम्मेदारियाँ

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भूमिका और महत्व

भारत के राष्ट्रपति का पद देश के सर्वोच्च संवैधानिक और राजनीतिक प्रतिनिधि के रूप में कार्य करता है। यह पद भारत के लोकतंत्र के प्रतीक के रूप में कार्य करता है और इसके महत्व को कभी भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। राष्ट्रपति न केवल संविधान का रक्षक है बल्कि वह संसद और राज्य विधानसभाओं की कृतियों की वैधता सुनिश्चित करता है।

मौजूदा राष्ट्रपति

भारत की वर्तमान राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मू, 25 जुलाई 2022 को पदभार ग्रहण करने के बाद से देश की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति बन गई हैं। उनके चुनाव ने भारतीय राजनीति में नई दिशा दी है और यह दर्शाता है कि देश में विविधता और सामर्थ्य का सम्मान किया जाता है।

अधिकार और जिम्मेदारियाँ

राष्ट्रपति के पास कई महत्वपूर्ण शक्तियाँ होती हैं, जिनमें न्यायपालिका के सदस्यों की नियुक्ति, सेना के सर्वोच्च नेता के रूप में कार्य करना और आपातकाल की स्थिति में स्थिति की समीक्षा करना शामिल हैं। इसके अलावा, राष्ट्रपति महत्वपूर्ण राष्ट्रीय मुद्दों पर भाषण देते हैं और संसद के दोनों सदनों की बैठक का आह्वान करते हैं।

निष्कर्ष

भारत के राष्ट्रपति का पद लोकतंत्र और संविधान की रक्षा के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। जैसा कि श्रीमती द्रौपदी मुर्मू अपने कार्यकाल में आगे बढ़ रही हैं, उनकी नीति और नेतृत्व भारत के भविष्य को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। आने वाले समय में, यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि वे कैसे देश की विविधता और संघर्षों को चुनौती देने में योगदान देंगी।

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