শুক্রবার, অক্টোবর 24

भाई दूज 2025: भाई-बहन के रिश्ते का इसका खास महत्व

0
5

भाई दूज का महत्व

भाई दूज, जिसे भाई बीज भी कहा जाता है, हर साल कार्तिक शुक्ल द्वादशी को मनाया जाता है। यह त्यौहार भारतीय संस्कृति में भाई-बहन के बंधन को मनाने का एक महत्वपूर्ण अवसर है। इस दिन बहनें अपने भाइयों को तिलक करती हैं और उनकी लंबी उम्र की कामना करती हैं। इसके अलावा, भाई भी अपनी बहनों को उपहार देकर उन्हें आशीर्वाद देते हैं। भाई दूज का त्यौहार 2025 में 13 नवंबर को मनाया जाएगा।

त्यौहार की तैयारी

भाई दूज 2025 की तैयारी इस साल के विशेष महत्व को ध्यान में रखते हुए शुरू हो चुकी है। लोग अपने-अपने घरों में विशेष सजावट कर रहे हैं और मिठाइयों की तैयारी कर रहे हैं। बहनें इस दिन अपनी परंपरागत परिधान पहनती हैं और अपने भाइयों के लिए खास व्यंजन बनाती हैं। बहनों के लिए यह दिन एक अवसर है कि वे अपने भाई के प्रति अपने प्रेम और स्नेह को व्यक्त करें। कई लोग इस मौके पर एकत्रित होकर पावन बंधन को और मजबूत बनाते हैं।

भाई दूज का सामाजिक महत्व

भाई दूज का त्यौहार केवल पारिवारिक समारोह नहीं है, बल्कि यह सामाजिक एकता का भी प्रतीक है। इसे मनाने का सही तरीका उस पारिवारिक प्रेम और स्नेह को स्थायी रूप से बढ़ाना है। यह त्यौहार भाईचारे का प्रतीक है, जिसमें भाई और बहन एक-दूसरे के प्रति अपने कर्तव्यों को निभाते हैं।

निष्कर्ष

भाई दूज 2025, न केवल एक सांस्कृतिक कार्यक्रम है, बल्कि यह समाज में रिश्तों के बने रहने का भी संकेत देता है। भले ही समय बदलता है, लेकिन भाई-बहन का रिश्ता हमेशा विशेष रहता है। इस दिन मनाए जाने वाले उत्सव और अनुष्ठान, सभी के जीवन में खुशी और प्यार लाने का काम करते हैं। इसलिए, यह न केवल त्यौहार है, बल्कि रिश्तों की बुनियाद को मजबूत करने का एक माध्यम भी है।

Comments are closed.