সোমবার, জুন 23

प्रसिद्ध कृष्णा: एक महान दिव्य अवतार

0
1

प्रस्तावना

प्रसिद्ध कृष्णा, जिन्हें भगवान श्रीकृष्ण के रूप में जाना जाता है, हिंदू धर्म के सबसे लोकप्रिय और प्रिय देवताओं में से एक हैं। उनका जीवन और शिक्षाएँ आज भी करोड़ों भक्तों के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। उनके त्याग, प्रेम और बुद्धिमता के उदाहरण आज भी जीवन में मार्गदर्शक बने हुए हैं।

कृष्ण का जन्म

भगवान कृष्ण का जन्म मथुरा में हुआ था, जहाँ उन्हें देवकी और वासुदेव के पुत्र के रूप में जन्म लिया। उनका जन्म उस समय हुआ जब कंस ने देवताओं से डरकर अपने भाई के बच्चों को खत्म करने का निर्णय लिया था। उनके अवतार ने धर्म की स्थापना और अधर्म का नाश करने का कार्य किया।

कृष्ण की लीलाएँ

कृष्ण की जीवन की अनेक लीलाएँ हैं, जो उन्हें विशेष बनाती हैं – जैसे गोपाल के रूप में गायों की देखभाल करना, मथुरा में कंस का वध करना, और अपनी दैवीय राधा के साथ प्रेम कथा। महाभारत में उनकी भूमिका, विशेष रूप से अर्जुन को गीता का उपदेश देना, उनके ज्ञान और दार्शनिक सोच को दर्शाता है।

कृष्ण का महत्व और उपदेश

कृष्ण के अद्वितीय उपदेश और कर्मों का प्रभाव आज भी समाज पर है। उन्होंने सिखाया कि सच्चा प्रेम और मित्रता क्या होती है। भगवद गीता में उनका संदेश ‘कर्म करने में संकोच न करें’ आज भी लोगों को प्रेरित करता है।

निष्कर्ष

प्रसिद्ध कृष्णा केवल एक धार्मिक व्यक्तित्व नहीं हैं, बल्कि वे जीवन के अनेक पहलुओं के प्रतीक हैं। उनका संदेश, प्रेम, शांति और ज्ञान सभी के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। हर युग में उनका महत्व बना रहेगा और हमें उनके उपदेश से अपने जीवन को सुधारने का मार्गदर्शन मिलता रहेगा।

Comments are closed.