বুধবার, মার্চ 12

पोर्टर: लॉजिस्टिक में परिवहन का महत्वपूर्ण हिस्सा

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पोर्टर की भूमिका और महत्व

पोर्टर, जिसे हिंदी में ‘राह چلानेवाले’ कहा जाता है, का कार्य सामान या यात्रियों को एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाना होता है। यह भूमिका ट्रांसपोर्टेशन और लॉजिस्टिक इंडस्ट्री में बेहद महत्वपूर्ण मानी जाती है, खासकर बड़े शहरों में जहां भीड़-भाड़ होती है। एक पोर्टर न केवल सामान को सुरक्षित तरीके से ले जाता है, बल्कि ग्राहकों की सुविधा भी सुनिश्चित करता है।

वर्तमान में पोर्टरों की स्थिति

कोविड-19 महामारी के बाद, पोर्टरों की भूमिका में परिवर्तन आया है। लॉकडाउन में जब यात्रा प्रतिबंधित थी, तब पोर्टरों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। हालाँकि, अब जब यातायात सामान्य हो रहा है, पोर्टरों की मांग में इजाफा हो रहा है। विभिन्न प्लेटफार्म जैसे कि उबेर, नीटो और अन्य ने ग्राहकों के लिए पोर्टर सेवा उपलब्ध कराई है, जिससे यह व्यवसाय काफी बढ़ा है।

अर्थशास्त्र में पोर्टरों का योगदान

एक अध्ययन के अनुसार, शिक्षित और अच्छी तरह से प्रशिक्षित पोर्टर लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा कर रहे हैं। इनकी सेवाओं से छोटे व्यवसाय भी लाभान्वित हो रहे हैं, क्योंकि ये किफायती दरों पर सामान पहुंचाने में सहायता करते हैं। इस तरह, पोर्टर न केवल खुद का जीवन यापन कर रहे हैं, बल्कि अर्थव्यवस्था में भी अपना योगदान दे रहे हैं।

निष्कर्ष और भविष्य

भविष्य में, तकनीकी विकास के साथ पोर्टरों की भूमिका और महत्वपूर्ण हो जाएगी। जैसे-जैसे ई-कॉमर्स बढ़ रहा है, पोर्टरों की जरूरत भी बढ़ेगी। ऐसे में, उनके कौशल और प्रशिक्षण पर ध्यान देना आवश्यक होगा। अंतिम रूप से, पोर्टर न केवल लॉजिस्टिक सिस्टम का अभिन्न हिस्सा हैं, बल्कि वे हमारी दैनिक जिंदगी में आसानी लाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

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