বুধবার, আগস্ট 20

पीआरएसयू: शिक्षा की नई दिशा

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पीआरएसयू का महत्व

छत्तीसगढ़ राज्य के बिलासपुर में स्थित पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय (PRSU) का शैक्षणिक विकास और उसके फलक पर विस्तार महत्वपूर्ण है। 1964 में स्थापित, यह विश्वविद्यालय शिक्षा के क्षेत्र में कई नवाचारों का मार्गदर्शक रहा है।

हालिया घटनाक्रम

पिछले कुछ महीनों में, PRSU ने कई महत्वपूर्ण पहलें प्रारंभ की हैं, जिनमें ऑनलाइन शिक्षा को प्राथमिकता दी जा रही है। देशभर में COVID-19 महामारी के कारण ऑनलाइन शिक्षा की आवश्यकता में तेजी आई है और PRSU ने इस दिशा में कदम उठाते हुए अपने पाठ्यक्रमों को डिजिटल प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध कराया है। इसके अलावा, विश्वविद्यालय ने अपने शोध कार्यों को बढ़ावा देने के लिए कई नए फ़ेलोशिप कार्यक्रम की घोषणा की है।

शिक्षा का भविष्य

PRSU का उद्देश्य न केवल छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना है, बल्कि उन्हें वैश्विक प्रतिस्पर्धा में आपस में जोड़ने का भी है। विश्वविद्यालय ने तकनीकी शिक्षा और व्यावसायिक प्रशिक्षण पर जोर देते हुए कौशल विकास कार्यक्रम शुरू किए हैं। यह पहल छात्रों को बेहतर रोजगार के अवसर प्रदान करने में मदद करेगी।

निष्कर्ष

पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय अपने छात्रों को न केवल शिक्षा के क्षेत्र में, बल्कि समाज में भी सकारात्मक योगदान देने के लिए प्रेरित कर रहा है। आने वाले वर्षों में, अगर PRSU इसी गति में प्रगति करता रहा, तो यह न केवल छत्तीसगढ़, बल्कि समूचे भारत में शिक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।

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