শুক্রবার, সেপ্টেম্বর 26

धर्मेन्द्र: भारतीय सिनेमा का एक आइकन

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परिचय

धर्मेन्द्र, जिन्हें भारतीय सिनेमा के दिग्गज अभिनेता के रूप में जाना जाता है, ने अपने करियर में अनेक प्रसिद्ध फिल्में दी हैं। उनका नाम भारतीय फिल्म उद्योग में बहुआयामी प्रतिभा के प्रतीक के रूप में छाया हुआ है। वह न केवल एक लोकप्रिय अभिनेता हैं, बल्कि एक सफल निर्माता और सांसद भी रह चुके हैं।

फिल्मी करियर

धर्मेन्द्र का जन्म 8 दिसंबर 1935 को पंजाब के फरीदकोट में हुआ था। उन्होंने 1960 के दशक की शुरुआत में बॉलीवुड में कदम रखा। उनकी पहली फिल्म ‘दिल भी_tुड़ गया’ थी, लेकिन उन्हें असली पहचान ‘फूल और पत्थर’ (1966) जैसी फिल्मों से मिली। इसके बाद उन्होंने कई क्लासिक फिल्मों में काम किया, जिनमें ‘शोले’, ‘चुपके चुपके’, ‘रणभूमि’ और ‘कुली’ शामिल हैं।

प्रमुख काम और पुरस्कार

धर्मेन्द्र को उनकी बहुगुणा प्रतिभा के लिए कई सम्मान प्राप्त हुए हैं। उन्होंने ‘फिल्मफेयर’ पुरस्कार में भी नॉमिनेशन और जीतें हैं। उनकी फिल्म ‘शोले’, जिसमें उन्होंने ‘धारम वीर’ का किरदार निभाया, भारतीय सिनेमा में एक माईलस्टोन मानी जाती है। इसके अलवा , धर्मेन्द्र को ‘पद्म श्री’ से भी नवाजा जा चुका है।

निजी जीवन और सामाजिक योगदान

अपने फिल्मी करियर के अलावा, धर्मेन्द्र ने समाज सेवा में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है। वह कई सामाजिक मुद्दों पर सक्रिय रहते हैं और किसानों के अधिकारों की रक्षा करने के लिए भी स्वच्छता अभियान में शामिल रहते हैं।

निष्कर्ष

धर्मेन्द्र ने भारतीय सिनेमा में जो योगदान दिया है, वह ना केवल उनके करियर का बल्कि भारतीय सिनेमा के इतिहास का हिस्सा है। उनके जैसे दिग्गज अभिनेता आने वाले दशकों में भी सिनेमा की दुनिया में अपनी छाप छोड़ते रहेंगे। उनके प्रयास और काम युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा स्रोत बने रहेंगे।

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