दीपावली 2025: एक उत्सव का जश्न
दीपावली का महत्व
दीपावली, जिसे दीवाली के नाम से भी जाना जाता है, भारतीय संस्कृति का एक महत्वपूर्ण त्योहार है। यह उत्सव हर साल कार्तिक मास की अमावस्या को मनाया जाता है। 2025 में, दीपावली 12 नवंबर को पड़ रही है। यह दिन अच्छाई की बुराई पर विजय का प्रतीक है और इसे कार्तिक माह में भगवान राम के अयोध्या लौटने की खुशी में मनाया जाता है।
2025 के लिए विशेष योजनाएँ
दीपावली 2025 के लिए विभिन्न धार्मिक और एंव सांस्कृतिक कार्यक्रमों की योजना बनाई जा रही है। इस वर्ष, कई शहरों में बड़े पैमाने पर त्योहार मनाने की तैयारी चल रही है। जैसे ही दिखने में दीपावली की रोशनी का माहौल बनता है, कलाकार, बच्चे और परिवार एकत्र होते हैं ताकि वे एक साथ इस खास दिन का जश्न मना सकें।
पारंपरिक रिवाज और समारोह
दीपावली के दौरान घरों को दीपक और रंगोली से सजाया जाता है। परिवार एकत्र हो कर मिठाइयाँ बनाते हैं और एक-दूसरे के साथ उपहार बाँटते हैं। इस साल भी, कई परिवार पारंपरिक तरीके से दीपावली मनाने की योजना बना रहे हैं। इसके अलावा, कोरोना महामारी के बाद इस साल की दीपावली में सामुदायिक मेलजोल और उत्सवों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
निष्कर्ष
दीपावली 2025 का त्योहार खास महत्व रखता है, न केवल धार्मिक रूप से, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक रूप से भी। यह परिवारों के बीच एकता और प्रेम का प्रतीक है। इस पर्व के दौरान, लोग सकारात्मकता और खुशियों को बाँटने में विश्वास रखते हैं। जैसे-जैसे दीपावली करीब आएगी, लोग अपने-अपने घरों में तैयारियों में जुट जाएंगे, जिससे दीपावली 2025 एक यादगार उत्सव बन सके।