সোমবার, আগস্ট 18

ज्योफ्री हेंटन: एआī के प्रवर्तक

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ज्योफ्री हेंटन का परिचय

ज्योफ्री हेंटन, जिन्हें आमतौर पर ‘व्यावसायिक कृत्रिम बुद्धिमत्ता के पिता’ के रूप में जाना जाता है, एक अनुमानित शीर्षक वाले कंप्यूटर वैज्ञानिक हैं। उनके अनुसंधान और विकास ने कृत्रिम बुद्धिमत्ता के क्षेत्र में एक नई दिशा दी है। उनकी वैज्ञानिक खोजें मशीन लर्निंग और गहरी शिक्षा में महत्वपूर्ण रूप से प्रभावी रही हैं।

हेंटन का कार्य और योगदान

हेंटन ने 1980 के दशक में अपने काम के माध्यम से गहरे न्यूरल नेटवर्क का विकास शुरू किया। उनके अध्ययन ने कंप्यूटर को चित्र पहचानने, भाषा समझने और अन्य जटिल कार्यों में सक्षम बनाया। 2012 में,_ImageNet_ प्रतियोगिता में उनकी टीम ने अपनी तकनीक का प्रदर्शन किया, जिसने दुनिया भर में ध्यान आकर्षित किया। इस प्रतियोगिता में उनकी प्रणाली ने 15.3% की त्रुटि दर के साथ सफलता पाई, जबकि इससे पूर्व की सर्वश्रेष्ठ प्रणाली की त्रुटि दर 25% थी। इसके बाद से, कंपनियों और अनुसंधान संस्थानों ने गहरे न्यूरल नेटवर्क को अपनाना शुरू किया।

हाल के विकास और भविष्य की दृष्टि

हाल ही में, हेंटन ने गहरी शिक्षण तकनीकों के संभावित दुष्प्रभावों के बारे में चेतावनी दी है, विशेष रूप से उनके अनुप्रयोग और उन पर नियंत्रण की कमी के संदर्भ में। उन्होंने कहा कि तेजी से विकसित हो रहे एआī प्रौद्योगिकी से मानव समाज पर कई प्रभाव पड़ सकते हैं, जिनमें बेरोजगारी और गोपनीयता के मुद्दे शामिल हैं। उनका मानना है कि समय के साथ, समाज को नियमों और विनियमों के माध्यम से इन चुनौतियों का समाधान निकालना होगा।

निष्कर्ष

ज्योफ्री हेंटन का योगदान कृत्रिम बुद्धिमत्ता के क्षेत्र में अविस्मरणीय है। उनके अनुसंधान ने न केवल तकनीकी क्षेत्र में क्रांति लाने में मदद की है, बल्कि इसे समाज के लिए भी समझने योग्य और सुरक्षित बनाने की प्रेरणा दी है। आने वाले वर्षों में, एआī तकनीकें और अधिक विकसित होंगी और इसके प्रभावों के प्रबंधन के लिए हमें तैयार रहना होगा। हेंटन के विचार हमें यह समझने में मदद करते हैं कि कैसे तकनीक का विकास हमारे जीवन पर असर डाल सकता है और हमें एक संतुलित दृष्टिकोण अपनाने की आवश्यकता है।

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