শনিবার, মে 17

जैसलमेर, राजस्थान: सुनहरी संस्कृति का गहना

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जैसलमेर का महत्व

राजस्थान का जैसलमेर शहर, जिसे ‘सुनहरे शहर’ के नाम से भी जाना जाता है, अपनी भव्यता और ऐतिहासिक धरोहर के लिए प्रसिद्ध है। यह शहर थार के रेगिस्तान के किनारे बसा हुआ है और इसका किला, जो यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल है, इसकी अनूठी पहचान बनाता है। जैसलमेर की जीवंत संस्कृति, लोक कला और हस्तशिल्प इसे एक प्रमुख पर्यटन स्थल बनाते हैं। यहाँ हर वर्ष सैकड़ों पर्यटक आते हैं, जो उससे जुड़े इतिहास और स्थानों को देखने के लिए आते हैं।

जैसलमेर का किला

जैसलमेर किला, जिसे सोनार किला भी कहा जाता है, 12वीं सदी में निर्मित हुआ था। यह किला अपनी सुनहरी भव्यता के लिए जाना जाता है, जो स्थानीय पीले बलुआ पत्थर से बना है। किले के भीतर कई मंदिर और महल हैं, जो इसकी ऐतिहासिक समृद्धि को दर्शाते हैं। यहां ‘राजमहल’ और ‘रानी कसीरी महल’ जैसे महत्वपूर्ण स्थल हैं, जो पर्यटकों को आकर्षित करते हैं।

सांस्कृतिक धरोहर और पर्व

जैसलमेर की संस्कृति में रंग-बिरंगे त्योहार और अनूठी परंपराएं शामिल हैं। यहाँ का ‘जैसलमेर का सांस्कृतिक महोत्सव’ प्रत्येक वर्ष आयोजित होता है, जिसमें स्थानीय नृत्य, संगीत, और कला का प्रदर्शन होता है। इसके अलावा, यहां के लोकल फेस्टिवल जैसे ‘उधमपुर मेला’ भी बहुत ही प्रसिद्ध हैं।

निष्कर्ष

जैसलमेर, राजस्थान का एक अनूठा शहर है, जो अपनी ऐतिहासिक धरोहर, सांस्कृतिक विविधता और अद्भुत वास्तुकला के लिए मशहूर है। आने वाले वर्षों में, इसे देखते हुए, आशा की जा सकती है कि जैसलमेर का पर्यटन उद्योग और भी मजबूत होगा। जैसलमेर न केवल संग्रहालयों और किलों का संग्रह है, बल्कि यह एक जीवित संस्कृति और परंपराओं का विशेष स्थल है, जो हर पर्यटक को आकर्षित करता है।

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