जेमी स्मिथ: इंग्लैंड क्रिकेट का उभरता सितारा चैंपियंस ट्रॉफी में नई भूमिका के लिए तैयार

एक नई जिम्मेदारी का आगाज
इंग्लैंड के युवा विकेटकीपर-बल्लेबाज जेमी स्मिथ को चैंपियंस ट्रॉफी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहली बार नंबर 3 पर बल्लेबाजी करने का मौका मिलेगा। यह एक महत्वपूर्ण मोड़ है क्योंकि जो रूट के एक दशक तक नंबर 3 पर बल्लेबाजी करने के बाद, टीम ने हाल ही में भारत के खिलाफ वनडे सीरीज में उन्हें नंबर 4 पर उतारने का फैसला किया, जिसमें इंग्लैंड को 3-0 से हार का सामना करना पड़ा।
एक असाधारण प्रतिभा का उदय
बीबीसी टेस्ट मैच स्पेशल के कमेंटेटर डैनियल नॉरक्रॉस ने स्मिथ को एक “जनरेशनल टैलेंट” के रूप में वर्णित किया है। उनकी प्रतिभा का प्रमाण 2025 में भारत के खिलाफ दूसरे टेस्ट में नाबाद 184 रन का स्कोर है, जो एक इंग्लिश विकेटकीपर द्वारा बनाया गया सर्वोच्च टेस्ट स्कोर है।
करियर की शुरुआत और विकास
स्मिथ की क्रिकेट यात्रा बचपन से ही शुरू हो गई थी। 2005 की एशेज सीरीज से प्रेरित होकर, उनके माता-पिता ने उन्हें सटन क्रिकेट क्लब में दाखिला दिलाया। नौ साल की उम्र में ही वे सरे के विकास कार्यक्रम का हिस्सा बन गए और दस साल की उम्र में सरे की एज ग्रुप टीम का प्रतिनिधित्व करने लगे। व्हिटगिफ्ट स्कूल में क्रिकेट स्कॉलरशिप पर पढ़ते हुए, वे 12 साल की उम्र में ही शतक बनाने लगे थे।
उनकी प्रतिभा को मान्यता देते हुए, उन्हें 2026 तक इंग्लैंड का सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट दिया गया है और उन्हें 2025 के विजडन क्रिकेटर्स ऑफ द ईयर में भी नामित किया गया है।